आतंकवाद को बढावा देने वालों के खिलाफ कड़े कदम जरूरी: मोदी

Last Updated 28 Oct 2019 03:19:09 PM IST

यूरोपीय संसद के एक शिष्टमंडल ने आज यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनके निवास पर मुलाकात की। यूरोपीय संघ की संसद के सदस्यों का शिष्टमंडल मंगलवार को जम्मू कश्मीर के दौरे पर जायेगा।


यूरोपीय संगठन के करीब 25 सांसदों ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद और राज्य के दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजन के बाद किसी अंतर्राष्ट्रीय संस्था के सदस्यों की क्षेत्र की यह पहली यात्रा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां शिष्टमंडल के सदस्यों के साथ मुलाकात के दौरान शिष्टमंडल की जम्मू कश्मीर यात्रा की पुष्टि की।

बातचीत के दौरान  मोदी ने कहा कि आतंकवाद को बढावा देने वालों और आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने वालों के खिलाफ तत्काल कदम उठाये जाने की जरूरत है। पाकिस्तान का नाम लिये बिना उस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद को एक नीति के रूप में इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा ,‘‘ आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। ’’

प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार मोदी ने यूरोपीय संघ के साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मसलों पर सार्थक बातचीत पर बल देते हुए आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक सहयोग का आह्ववान किया।  उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के वैश्विक साझेदारी के  रूप में उभरने का भी उल्लेख किया।

मोदी ने शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए उम्मीद जतायी कि जम्मू कश्मीर सहित देश के विभिन्न हिस्सों की उनकी यात्रा सार्थक रहेगी। जम्मू कश्मीर की यात्रा से शिष्टमंडल को लद्दाख सहित समूचे क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जानकारी मिलेगी और इस बारे में उनकी समझ बढेगी। साथ ही शिष्टमंडल को क्षेत्र में विकास तथा शासन के बारे में सही तस्वीर भी देखने का मिलेगी। 

मोदी ने कहा कि यूरोपीय संसद के सदस्यों के कार्यकाल के शुरू में हो रही शिष्टमंडल की भारत यात्रा से पता चलता है कि वे भारत के साथ संबंधों को कितना अधिक महत्व देते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के यूरोपीय संघ के साथ संबंध लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित समान प्रतिबद्धता और साझा हितों पर आधारित हैं। यूरोपीय संघ के साथ व्यापार और निवेश समझौते को महत्वपूर्ण बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समझौते को जल्द अंतिम रूप देना उनकी सरकार की प्राथमिकता है।

यूरोपीय संघ के साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मसलों पर सार्थक बातचीत पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग बढाये जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के वैश्विक साझेदारी के  रूप में उभरने का भी उल्लेख किया।

मोदी ने शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए उम्मीद जतायी कि जम्मू कश्मीर सहित देश के विभिन्न हिस्सों की उनकी यात्रा सार्थक रहेगी। जम्मू कश्मीर की यात्रा से शिष्टमंडल को लद्दाख सहित समूचे क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जानकारी मिलेगी और इस बारे में उनकी समझ बढेगी। साथ ही शिष्टमंडल को क्षेत्र में विकास तथा शासन के बारे में सही तस्वीर भी देखने का मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने शिष्टमंडल के सदस्यों को देश में बढती व्यापार सुगमता के बारे में जानकारी दी और कहा कि वर्ष 2014 में भारत की इस संबंध में रैंकिंग 142 थी जो अब 63 पर पहुंच गयी है। यह भारत जैसे विशाल क्षेत्रफल, आबादी और विविधताओं वाले देश के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि शासन व्यवस्था लोगों की आकांक्षाओं को बढाने की दिशा में काम कर रही है।

मुलाकात के दौरान  मोदी ने आम लोगों के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों का भी उल्लेख किया। स्वच्छ भारत और आयुष्मान भारत जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ये बेहद सफल रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत तपेदिक रोग के 2025 तक उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है जबकि इस मामले में वैश्विक लक्ष्य 2025 है। नवीकरणीय ऊर्जा के संसाधन बढाने तथा सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बारे में सदस्यों को अवगत कराते हुए उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में उठाये जा रहे सरकार के कदमों की भी जानकारी दी।
 
 

वार्ता
नई दिल्ली


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