मोदी बोले, भारत हुआ खुले में शौच मुक्त
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को यहां देश को खुले में शौच से मुक्त घोषित करते हुए कहा कि केवल शौचालयों का निर्माण ही काफी नहीं है बल्कि इनके इस्तेमाल को आदत का हिस्सा बनाना भी जरूरी है।
![]() अहमदाबाद : स्वच्छ भारत दिवस के मौके पर संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेनद्र मोदी। |
मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद महत्वाकांक्षी स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी और ऐलान किया था कि दो अक्टूबर, 2019 को भारत खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो जाएगा। उन्होंने गांधीजी के स्वच्छता के संदेश का उल्लेख किया था।
देश भर के 20 हजार सरंपंचों के महासम्मेलन को यहां साबरमती रिवरफ्रंट पर संबोधित करते हुए मोदी ने देशवासियों से देशहित में एक-एक संकल्प लेने का भी आह्वान किया। महात्मा गांधी पर डाक टिकट तथा सिक्का जारी करने और स्वच्छ भारत मिशन के पुरस्कार वितरित करने के बाद मोदी ने अपने संबोधन से पहले सभी सरपंचों को मंच से झुक कर नमन किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का स्वच्छता का सपना साकार करने में उनके योगदान के लिए वह ऐसा कर रहे हैं। देश को खुले में शौच से मुक्त करना 130 करोड़ देशवासियों के प्रयासों से संभव हुआ है न कि केवल सरकार के चलते। इस मौके पर उन्होंने गांधी जी की याद में 150 रुपए का सिक्का जारी किया।
मोदी ने कहा कि आज जब देश खुले में शौच मुक्त घोषित हुआ है, उन्होंने महात्मा गांधी के आश्रम जाकर एक नई ऊर्जा का अनुभव किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले जिस शौचालय की बात करने में झिझक होती थी वह आज देश की सोच का अहम हिस्सा हो गया है। 60 महीने 60 करोड़ लोगों के लिए 11 करोड़ से ज्यादा शौचालय का निर्माण सुनकर विश्व अचंभित है। इससे कई लाभ हुए हैं। माताओं-बहनों को अंधेरे के इंतजार की पीड़ा से मुक्ति मिली है। गरीबों का बीमारी पर होने वाला खर्च कम हुआ है। उन्होंने कहा कि आज जो कुछ भी हासिल हुआ वह काफी नहीं है और एक पड़ाव भर है। अभी केवल शौचालयों का निर्माण हुआ है और अब एक इस परिवर्तन को स्थायी बनाना है। यह सुनिश्चित करना है कि शौचालय का उचित उपयोग हो। सरकार ने अभी जो साढ़े तीन लाख करोड़ का जल जीवन मिशन शुरू किया है उससे इसमें मदद मिलने वाली है।
इस मौके पर मोदी ने एकल प्रयोग प्लास्टिक से मुक्ति की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि बीते तीन सप्ताह मे स्वच्छता ही सेवा अभियान के दौरान करीब 20 हजार टन प्लास्टिक कचरा इकट्ठा हुआ है और प्लास्टिक कैरी बैग का इस्तेमाल तेजी से घट रहा है। ऐसा होना जरूरी है। 2022 तक इससे देश को मुक्त करना है। मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत के हमारे मॉडल से दुनिया सीखना चाहती है। तीन देशों इंडोनेशिया, नाइजीरिया और माली के प्रतिनिधि यहां उपस्थित हैं। भारत अपने अनुभव को दूसरे देशों से साझा करने के लिए तैयार है।
इससे पहले अहमदाबाद हवाई अड्डे पर भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा एवं संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रभावी भाषण को लेकर आयोजित अभिनंदन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व स्तर पर हो रहे कई सकारात्मक बदलावों में भारत सबसे आगे है और इससे भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है।
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