मोदी,शाह ने शहीद भगत सिंह को उनके जन्मदिन पर याद किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के गृहमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह को उनके जन्मदिन के मौके पर शनिवार को याद किया।
![]() शहीद ए-आजम सरदार भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 में बंगा (अब पाकिस्तान में) में हुआ था |
श्री मोदी ने शहीद भगत सिंह को याद करते हुए लिखा, ‘‘शहीद भगत सिंह का नाम वीरता और संघर्ष का पर्यायवाची है। उनकी साहसिक कार्रवाइयां आज भी लाखों लोगों को प्रेरित कर रही हैं। वह युवाओं के दिलों में हमेशा सबसे लोकप्रिय व्यक्ति रहेंगे। मैं भारत मां के इस महान सपूत को उसके जन्मदिन के मौके पर नमन करता हूं।’’
केंद्रीय गृहमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने भी प्रसिद्ध क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह को उनके जन्मदिन के मौके पर शनिवार को श्रद्धांजलि दी।
श्री शाह ने शहीद ए-आजम भगत सिंह को नमन करते हुए कहा, ‘‘भगत सिंह जी अपनी राष्ट्रभक्ति से पूरे देश में एक विचार के रूप में व्याप्त हुए और हर वर्ग को स्वाधीनता संग्राम के लिए प्रेरित किया। अपने अदम्य साहस, आर्दश और अद्वितीय राष्ट्रभक्ति से सभी के प्रेरणास्रोत बने शहीद भगत सिंह जी की जयंती पर उनके चरणों में कोटि-कोटि वंदन।’’
उत्तर प्रदेश के गृहमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को शहीद भगत सिंह की जयंती पर उन्हें याद करते हुये कहा कि भारत के सच्चे सपूत का साहस, शौर्य और राष्ट्रप्रेम हमें आज भी प्रेरणा देता है।
श्री योगी ने ट्वीट कर कहा ‘‘भारत के सच्चे सपूत,जिनका साहस,शौर्य और राष्ट्रप्रेम आज भी हमें प्रेरित करता है। स्वाधीनता संग्राम में अतुलनीय योगदान देकर उन्होंने माँ भारती को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त करवाया ।माँ भारती पर सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अमर शहीद भगत सिंह जी की जन्म जयंती पर उन्हें कोटिश: नमन।’’
जौनपुर से मिली रिपोर्ट के अनुसार सरांवा गाव में स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर आज हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लकिंन आर्मी व लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने देश के महान क्रांतिकारी एवं स्वतनता संग्राम सेनानी शहीद-ए-आाम भगत सिंह का 112 वां जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक मोमबत्ती व् अगरबत्ती जला कर उन्हें अपनी श्रंद्धाजलि दी ।
शहीद स्मारक पर लक्ष्मीबाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर उपस्थित लोगो को संबोधित किया,उन्होंने कहा कि भगत सिंह का मानना था कि क्रान्ति का मतलब बम और पिस्तौल की संतुष्टि नही है । वे कहते थे कि पिस्तौल और बम इंकलाब नही लाते , इंकलाब की तलवार तो विचारों की शान पर तेज होती है । उन्होंने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला देने वाले भगत सिंह , राजगुरु,और सुखदेव को अंग्रेजों ने 23 मार्च 1931 को लाहौर जेल में फांसी पर लटका दिया ।
मंजीत कौर ने कहा कि दुर्भाज्ञ की बात है कि अभी तक भगत सिंह को शहीद का दर्जा नही दिया गया ।उन्होंने प्रधानमनी नरेंद्र मोदी से मांग की है कि वे भगत सिंह को शहीद का दर्जा प्रदान करें , ताकि लोग उन्हें शहीद-ए-आम कह सकें ।
इस अवसर पर धरम सिंह , मैनेजर पांडेय , अनिरुद्ध सिंह , मंजीत कौर ,दिशा सहित अनेक लोग मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि शहीद ए-आजम सरदार भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 में बंगा (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। वह प्रसिद्ध क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी थी। वर्ष 1931 में 23 मार्च को राज गुरु, सुखदेव और भगत सिंह को अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी।
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