सख्त ट्रैफिक रूल: गडकरी बोले- पैसा कमाना नहीं, जान बचाना है मकसद

Last Updated 05 Sep 2019 03:38:25 PM IST

नये वाहन अधिनियम में यातायात का उल्लंघन करने पर बड़ी राशि के जुर्माने को लेकर छिड़ी बहस के बीच केंद्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि दंड में भारी बढ़ोतरी का निर्णय सरकारी खजाने को भरने के लिए नहीं बल्कि वाहन चालकों को नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करने के उद्देश्य से किया गया है।


केंद्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (फाइल फोटो)

गडकरी ने भारतीय आटोमोबाइल निर्माता संघ(सियाम) के वार्षिक सम्मेलन के दौरान कहा देश में सड़क दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में मौतों का उल्लेख करते हुए कहा कि कानून का पालन जरूरी है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसे वाहन चालक हैं जिनके लिए कड़े जुर्माने के बगैर यातायात नियम का कोई मतलब ही नहीं है।

यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने की राशि में कई गुना बढ़ोतरी को जायज ठहराते हुए गडकरी ने कहा कि यह निर्णय काफी सोच विचार और विभिन्न पक्षों से व्यापक विचार विमर्श के बाद ही लिया गया।

गौरतलब है कि एक सितंबर से देश में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने की राशि में भारी बढ़ोतरी की गई है और इस पर कई राज्यों ने अमल भी शुरू कर दिया है। भुवनेश्वर में बुधवार को एक आटो रिक्शा चालक पर विभिन्न धाराओं में 47 हजार 500 रुपए का जुर्माना किया गया। हरियाणा के गुरुग्राम में भी पुलिस ने कई लोगों के बड़ी रकम के चालान काटे हैं। 

गडकरी ने कहा कि यातायात नियमों में बदलाव के पीछे सरकार की सोच पैसा कमाना नहीं है बल्कि वाहन चालकों को सड़कों पर चलने समय दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन करने के लिए प्रेरित करना है।

सड़क हादसों का उल्लेख करते हुए गडकरी ने कहा कि हर वर्ष पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें डेढ लाख लोगों की असमय मृत्यु हो जाती है। मरने वालों में 60 प्रतिशत 18 से 35 वर्ष की आयु के होते हैं। 

उन्होंने कहा कि इनकी जान बचाने की जरूरत है। कानून का सम्मान और इसके प्रति लोगों में भय नहीं हो यह अच्छी स्थिति नहीं है। लोगों से यातायात नियमों का पालन करने की लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति की नौबत ही नहीं आनी चाहिए कि जुर्माना भरना पड़े।

वार्ता
नयी दिल्ली


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