जेएंडके विधेयक पर बोले शाह : आशंका थी कहीं मैं भी हंगामेदार दृश्यों का हिस्सा न बन जाऊं

Last Updated 12 Aug 2019 06:34:26 AM IST

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को खुलासा किया कि राज्यसभा में जम्मू कश्मीर संबंधी विधेयक लाने के दौरान मुझे यह आशंका थी कि कहीं सदन में आंध्र प्रदेश के बंटवारे के दौरान वाले हालात न पैदा हो जाएं और मैं भी हंगामेदार दृश्यों का हिस्सा न बन जाऊं।


उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के दो साल के कार्यकाल पर किताब का विमोचन करते अमित शाह व नायडू।

उन्होंने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को हालात से कुशलतापूर्वक निपटने का श्रेय दिया।

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के दो साल के कार्यकाल पर एक किताब का विमोचन करते हुए शाह ने भारतीय बैड¨मटन कोच पी. गोपीचंद की टिप्पणी का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने आंध्र प्रदेश का विभाजन कर तेलंगाना बनाने के मुद्दे के दौरान संसद में हंगामेदार दृश्यों के बारे में कहा था।

शाह ने कहा कि लोगों की स्मृति में अभी भी उसकी यादें ताजा है। उन्होंने कहा, ‘मुझे थोड़ी आशंका थी कि कहीं मैं भी तो नहीं इस तरह के हंगामेदार दृश्यों का हिस्सा हो जाऊंगा।’ उन्होंने कहा कि सांसद होने के नाते उनके मन में जरा भी भ्रम नहीं था कि अनुच्छेद 370 को हटाया जाना चाहिए या नहीं।



370 को समाप्त करना वक्त की मांग : वेंकैया
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर के विशेष दज्रे को समाप्त करने का शनिवार को यह कहते हुए समर्थन किया कि यह वक्त की मांग है। उन्होंने यहां उपराष्ट्रपति के रूप में दो साल के कार्यकाल पर आधारित अपनी एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर कहा कि इस मुद्दे को राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए और देश के लोगों को जम्मू कश्मीर के अपने साथियों के साथ खड़ा रहना चाहिए। नायडू ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 को समाप्त करना वक्त की मांग है..देश की सुरक्षा के लिए यह उसके हित में है।’ इस मौके पर मौजूद केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि विशेष दज्रे के हटने से आतंकवाद समाप्त होगा और इस क्षेत्र की तरक्की होगी।

कृष्ण-अर्जुन जैसे हैं मोदी-शाह
अभिनेता रजनीकांत ने रविवार को यहां कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भगवान कृष्ण और अर्जुन के जैसे हैं। अमित शाह को उनके ‘मिशन कश्मीर’ (अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू और कश्मीर को मिला विशेष दर्जा हटाने) पर बधाई देते हुए रजनीकांत ने इसे एक शानदार कदम करार दिया। अभिनेता ने कहा, ‘‘हम नहीं जानते कि कृष्ण कौन हैं और अर्जुन कौन हैं। यह केवल वे (मोदी और शाह) जानते हैं।’’ रजनीकांत ने यहां चेन्नई में एक किताब विमोचन समारोह में यह बात कही।

भाषा/आईएएनएस
चेन्नई


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment