केरल में बारिश का कहर, 22 लोगों की मौत

Last Updated 09 Aug 2019 09:45:25 AM IST

केरल के विभिन्न हिस्सों में लगातार जारी भारी बारिश के कारण 22 लोगों की मौत हो गई और 22,000 से अधिक लोगों को राहत केंद्रों में स्थानांतरित किया गया है।


नौ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है जिनमें वायनाड, मलप्पुरम, कन्नूर और इडुक्की सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं।     

मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने हालात की समीक्षा के लिए शुक्रवार सुबह एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि पिछले तीन दिनों में भारी बारिश के कारण 22 लोगों की मौत हुई है।

विजयन ने बताया कि 24 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘वायनाड में बृहस्पतिवार शाम को सबसे बड़ा भूस्खलन हुआ था। वायनाड के मेप्पाडी में दो पर्वतीय क्षेत्रों के बीच का इलाका पूरी तरह बह गया।’’    

सरकार ने भारतीय वायु सेना से सहायता मांगी है।     

एनडीआरएफ, पुलिस, दमकल कर्मी और वन अधिकारी बचाव अभियान में जुटे हैं।     

विजयन ने बताया कि बाढ के कारण वायनाड के मेप्पाडी और मलप्पुरम के नीलाम्बुर सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं।     

बचाव अभियान में मदद करने के लिए एनडीआरएफ कर्मियों की 13 टीम और करीब 180 सैन्य अधिकारी पहले ही राज्य में पहुंच गए हैं।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पतनमतिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों में एक या दो स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।     

केरल के तट पर पोझीयूर से कासरगोड तक शनिवार देर रात साढ़े 11 बजे तक 3.2 से 3.7 मीटर तक ऊंची लहरें उठने की संभावना है। अधिकारियों ने मछुआरों को इस दौरान समुद्र में नहीं जाने की सलाह नहीं है।      

हवाई-रेल यातायात बाधित

एक अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पार्किंग क्षेत्र में पानी भर जाने के कारण पहले तो शुक्रवार को आधी रात तक विमान परिचालन बंद किया गया था और अब परिचालन रविवार दोपहर तीन बजे तक बंद रहेगा।

रेलवे सूत्रों ने बताया कि मरारीकुलम-अलप्पुझा रेल मार्ग में पटरी पर पेड़ गिर जाने से शुक्रवार को सुबह कुछ घंटों के लिए ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। कम से कम चार ट्रेनें- मावेली एक्सप्रेस, राजधानी, धनबाद एक्सप्रेस और गुरुवायुर- विभिन्न स्थानों पर रुकी रहीं।     

कोझिकोड जिले के वाटकरा में भूस्खलन के बाद से तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं। कोट्टायम के पाला में बाढ़ के कारण यातायात बाधित हो गया है।     

पुलिस ने बताया कि मलप्पुरम जिले के एदावन्ना में एक मकान के ढह जाने से दो बच्चों समेत एक परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। 

राहत शिविर पहुंचे 22000 से अधिक लोग

केरल में वर्षा जनित हादसों में बृहस्पतिवार तक आठ लोगों की मौत हो गई थी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य के 315 राहत शिविरों में शुक्रवार सुबह तक 22,165 लोगों को स्थानांतरित किया गया।     

राज्य के राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन ने संवाददाताओं को बताया कि भोपाल से रक्षा कर्मियों की चार टीम और नीलगिरि से दो टीम बचाव कार्यों में मदद के लिए यहां पहुंच रही हैं।  

वायनाड जिले के मेप्पाडी में शुक्रवार को भूस्खलन के बाद कई लोगों के लापता होने का संदेह हैं। एक मंदिर, एक मस्जिद, दो मकान और कुछ वाहन इस भूस्खलन की चपेट में आ गए। 

मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने बृहस्पतिवार रात को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की थी और कहा था कि राज्य के कई हिस्सों, विशेषकर वायनाड में ‘गंभीर हालात’ हैं।

सभी शैक्षणिक संस्थान बंद

राज्य में शैक्षणिक संस्थान और कॉलेज शनिवार को बंद रहेंगे।     

अधिकारियों ने बताया कि केरल पुलिस सेवा आयोग और राज्य में विभिन्न विश्वविद्यालयों की शनिवार को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।

भाषा
तिरुवनंतपुरम


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