करतारपुर गुरुद्वारा : 5000 श्रद्धालुओं को मिले प्रतिदिन वीजामुक्त प्रवेश

Last Updated 15 Mar 2019 01:33:39 AM IST

भारत ने पाकिस्तान से मांग की है कि वह करतारपुर स्थित ऐतिहासिक गुरूद्वारे तक जाने के लिए प्रतिदिन 5,000 श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त प्रवेश की सुविधा दे।


करतारपुर गुरुद्वारा (file photo)

यहां बृहस्पतिवार को हुई एक बैठक में भारत ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के सामने यह मांग उठाई। पंजाब के गुरदासपुर जिले एवं सीमा पार स्थित करतारपुर साहिब के बीच नियोजित गलियारे को खोलने पर चर्चा करने के लिए यह बैठक हुई।
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव एस सी एल दास ने संवाददाताओं से कहा, हमारी तरफ से हमने शुरुआती चरण में कम से कम 5,000 श्रद्धालुओं को प्रतिदिन पवित्र गुरुद्वारा जाने की अनुमति देने की मांग की है। पुलवामा आतंकवादी हमले और फिर जवाबी हवाई हमले के बाद बढे तनाव के बाद से यह भारतीय एवं पाकिस्तानी शिष्टमंडल के बीच हुई पहली मुलाकात है। दास ने बताया कि भारत ने भारतीयों एवं भारतीय मूल के लोगों दोनों के लिए गुरुद्वारे तक पहुंच की मांग की है। दास ने बताया कि भारत ने इस बात पर जोर दिया कि गलियारा में आवाजाही पूरी तरह वीजा मुक्त होनी चाहिए।
उन्होंने बताया, किसी दस्तावेज या प्रक्रिया के रूप में अन्य कोई बाधा नहीं होनी चाहिए। भारत यह भी चाहता है कि पाकिस्तान उन श्रद्धालुओं को भी गुरुद्वारे आने की अनुमति दे जो वहां पैदल जाना चाहते हैं। इससे पहले आए बयान में कहा गया था कि करतारपुर गलियारा खोलने के साधनों पर चर्चा करने के लिए भारत एवं पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच बैठक मैत्रीपूर्ण माहौल में हुई। भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों की बैठक बृहस्पतिवार को यहां सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई।

बातचीत के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि दोनों पक्षों ने परियोजना के विभिन्न पहलुओं और प्रावधानों को लेकर विस्तृत और रचनात्मक बातचीत की और करतारपुर साहिब गलियारे को जल्द चालू करने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई। यह बैठक अटारी वाघा सीमा पर भारतीय हिस्से में हुई। बयान में कहा गया, तीर्थयात्रियों को करतारपुर गलियारे का उपयोग करते हुए गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जाने की सुविधा मुहैया कराने की परियोजना के तौर-तरीकों और मसौदा समझौते पर चर्चा के लिए पहली बैठक बृहस्पतिवार को अटारी, भारत में सौहार्दपूर्ण वातावरण में आयोजित की गई। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों पर आतंकी हमला होने, इसके बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बालाकोट स्थित शिविरों पर भारत की ओर से हवाई हमला किए जाने और फिर पाकिस्तान की ओर से कार्रवाई करने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ जाने के बीच हुई।

भाषा
अटारी/नई दिल्ली


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