GST में बदलाव से लगता है 15 दिन पहले आ गयी दीवाली: मोदी

Last Updated 07 Oct 2017 10:47:10 AM IST

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि जीएसटी के बारे में कल किये गये फैसलों से ऐसा लगता है कि दीवाली 15 दिन पहले ही आ गयी है.


दो दिवसीय गुजरात दौरे पर पीएम मोदी

अपने गुजरात दौरे के पहले दिन मोदी ने आज द्वारका में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि उनकी सरकार ने इस सरल कर प्रणाली के और सरलीकरण का प्रयास किया है. इससे चारों तरफ दीवाली जैसा माहौल बन गया है. अखबारों में भी 15 दिन पहले ही दीवाली आने की सुर्खियां बनायी गयी हैं. उन्होंने पहले ही कहा था कि लागू करने के तीन माह तक इसका अध्ययन होगा और जहां भी व्यवस्था, दर, तकनीक और व्यापारियों के अनुभव में दिक्कतें आयेंगी उन्हें दूर किया जायेगा.

प्रधानमंत्री ने कहा कि वह नहीं चाहते कि देश का व्यापारी लालफीताशाही और फाइलों तथा बाबुओं और साहबों के चक्कर लगाने के चक्कर में फंस जायें. इसलिए वित्त मंत्री ने कल जीएसटी काउंसिल में सबको राजी कर महत्वपूर्ण फैसले लिये जिनका एक स्वर में पूरे देश में स्वागत हुआ है.

मालूम हो कि जीएसटी काउंसिल ने कल इस कर प्रणाली में सरलीकरण समेत कई वस्तुओं के लिए कर दरों में कमी का निर्णय लिया. इनको लेकर पूर्व में मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की जा रही थी.

प्रधानमंत्री ने द्वारकाधीश में की पूजा-अर्चना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं. इस यात्रा की शुरुआत उन्‍‍‍‍‍‍‍‍होंने विश्वप्रसिद्ध हिन्दू तीर्थस्थल द्वारका के जगत मंदिर में भगवान द्वारकाधीश की विशेष पूजा अर्चना से की.

मोदी सुबह करीब 1040 में मंदिर परिसर में पहुंचे और यहां लगभग 20 मिनट बिताया जिसमें करीब आधा समय वैदिक मंत्रोच्चार के बीच षोडशोपचार विधि से विशेष पूजा में लगा. मोदी एक माह के भीतर अपने गृहराज्य गुजरात के तीसरे दौरे पर आज पहुंच गये.

प्रत्येक दिन के लिए अलग रंग के परिधान में भगवान को सजाने की परंपरा के अनुरूप आज शनिवार होने के चलते मोदी के दौरे के दौरान द्वारकाधीश का नीले रंग के वस्त्र में -श्रृंगार किया गया था. पृष्ठभूमि में हल्के हरे और पीले कपडो का भी प्रयोग किया गया था.

पूजा के दौरान जब मोदी को सिंहासन जैसा दिखने वाली एक बैठक पर बिठाया गया था तब पूरे समय उनकी पीछे केंद्रीय परिवहन मंी नीतिन गडकरी, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल और पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल पीछे भगवान द्वारकाधीश को हाथ जोडे खडे रहे.

गुजरात में स्थापित होगा देश का पहला मरीन पुलिस प्रशिक्षण संस्थान

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज घोषणा की कि गुजरात में देवभूमि द्वारका जिले के मोजब के निकट देश का पहला राष्ट्रीय मरीन पुलिस प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जायेगा.

मोदी ने आज यहा ओखा और अरब सागर के द्वीप बेट द्वारका को जोडने के लिए समुद्र पर 900 करोड से अधिक की लागत से बनने वाले करीब पौने चार किलोमीटर लंबे पुल और गडू पोरबंदर द्वारका हाई वे को चार लेन बनाने के काम के शिलान्यास के मौके पर आयोजित समारोह में यह घोषणा की.
              
उन्होंने कहा कि समुद्री सुरक्षा से जुडी मरीन पुलिस की चुनौतियां सामान्य पुलिस से अलग होती है और यह संस्थान देश भर में के मरीन पुलिस को प्रशिक्षण देगा और संबंधित शोध भी करेगा. इसकी स्थापना होने से द्वारका को भी लाभ होगा.

उन्होंने कहा कि समुद्री सुरक्षा से जुडी मरीन पुलिस की चुनौतियां सामान्य पुलिस से अलग होती है और यह संस्थान देश भर में के मरीन पुलिस को प्रशिक्षण देगा और संबंधित शोध भी करेगा. इसकी स्थापना होने से द्वारका को भी लाभ होगा.
            
इससे पहले उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारका का इस तरह विकास करना चाहती है कि पर्यटक यहां समय बिताये जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ हो. उन्होंने विशेषज्ञों से समुद्र के भीतर मौजूद पुरानी और असली द्वारका नगरी जहां भगवान कृष्ण रहे थे को पर्यटकों को दिखाने वाली व्यवस्था विकसित करने के बारे काम सौंपा है. ऐसा होने पर यहां पूरे देश के पर्यटकों का तांता लग जायेगा. उनकी सरकार सडक आदि का ऐसे विकास कर रही है कि इसका अर्थतां से सीधा जुडाव हो.
          
उन्होंने कहा कि द्वारका में लोग आते तो भगवान द्वारकाधीश की कृपा से हैं पर केवल उनके शीश झुका कर चले भर जाने से यहां अर्थतां को फायदा नहीं होगा. हमे ऐसी व्यवसथा बनानी होगी कि उनका मन यहां समय बिताने को करे. ऐसे में वह पैसे खर्च करेंगे जिसका स्थानीय लोगों को फायदा होगा.

मोदी ने पूर्व में कांग्रेस की सरकारों पर व्यंग्य भी किया. उन्होंने कहा कि अब विकास की परिभाषा बदल गयी है पर पूर्व में कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्रीमाधवसिह सोलंकी केवल एक पानी की टंकी के उद्घाटन के लिए जामनगर आये थे और उनकी तस्वीर और यह खबर अखबारों के पहले पन्ने पर छपी थी. यह विकास के बारे में सीमित सोच को दर्शाता है. पूर्व में केंद्र सरकारों ने गुजरात के तटीय विकास को भी प्राथमिकता नहीं दी जबकि सबसे लंबे 1600 किमी के तट वाले इस राज्य में नीली क्रांति में देश की अगुवाई करने का माद्दा है.

अपनी इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान कल वह बतौर प्रधानमंत्री पहली बार अपने पैतृक गांव वडनगर भी जायेंगे और इसके लिए पूरे शहर को सजाया संवारा गया है. वडनगर रेलवे स्टेशन के पास के उस पेड को भी सजाया गया है जहां वह बचपन में चाय बेचते थे. इसके अलावा जगह जगह उनके बचपन और युवावस्था से जुडी तस्वीरों और घटनाओं वाली होर्डिंग्स भी लगायी गयी है.

मोदी वायुसेना के विशेष विमान से आज सुबह जामनगर हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल और मुख्य सचिव जे एन सिंह ने उनका स्वागत किया.
        
गुजरात में विधानसभा के इस चुनावी साल में मोदी का यह कुल मिला कर सातवां दौरा है जबकि प्रधानमंत्री बनने के बाद कुल मिला कर उनकी 17 वीं या है. हालांकि मई 2014 में यह पद संभालने के बाद वह पहली बार अपने गांव जायेंगे.

मोदी, जिन्होंने पिछले माह भी दो बार गुजरात का दौरा किया था, इस बार भी ताबडतोड विभिन्न योजनाओं का भूमिपूजन, लोर्कापण अथवा उद्घाटन भी करेंगे. इसमें उनके पैतृक गांव वडनगर में एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के उद्घाटन का काम भी शामिल होगा. इसके अलावा प्रमुख रूप से वह 2500 करोड की लागत वाली राजकोट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना तथा ओखा-बेट द्वारका पुल का भूमिपूजन और नर्मदा पर बने एक बराज और अमूल से जुडी एक डेयरी के संयां का उद्घाटन भी करेंगे.
   


मोदी द्वारका से दोपहर लगभग साढे बारह बजे सुरेन्द्रनगर जिले के चोटिला में आयोजित एक कार्यक्रम में 2500 करोड की लागत से हीरासर में बनने वाले राजकोट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तथा राजकोट-अहमदाबाद हाईवे को छह लेन और राजकोट-मोरबी हाईवे को चार लेन करने की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. राजकोट शहर में स्थित मौजूदा हवाई अड्डे, जहां से केवल घरेलू उडानें ही संचालित होती हैं, के विस्तारीकरण की संभावना नहीं होने के कारण नये हवाई अड्डे को बनाया जा रहा है.

भारतीय विमान पतन प्राधिकरण तथा गुजरात सरकार की इस संयुक्त परियोजना के तहत बनने वाले इस हवाई अड्डे के पांच साल में कार्यरत हो जाने की उम्मीद है. इस मौके पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू भी उपस्थित रहेंगे. इसके अलावा वह अमूल से जुडी सुरसागर डेयरी के दो लाख लीटर प्रसंस्करण क्षमता वाले दूध और पैकेजिंग संयंत्र तथा एक स्थानीय जलापूर्ति परियोजना का लोकार्पण भी करेंगे.

मोदी आज दोपहर बाद राजधानी गांधीनगर के निकट स्थित आईआईटी गांधीनगर के पालज में बने नये भवन का लोकार्पण करेंगे तथा प्रधानमंी ग्रामीण डिजीटल साक्षरता अभियान के धन्यवाद समारोह को संबोधित करेंगे. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडेकर, सत्यपाल सिंह तथा अल्फोंस कन्नाथनम भी उपस्थित रहेंगे.

मोदी कल रात्रि विश्राम राजधानी गांधीनगर के राजभवन में करेंगे जहां उनके मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत सत्तारूढ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर चर्चा करने की भी संभावना है.
  
कल यानी आठ अक्टूबर को वह उत्तर गुजरात के महेसाणा जिला स्थित अपने पैतृक गांव वडनगर में जीएमईआरएस के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का लोकार्पण करेंगे. वहीं से वह हिम्मतनगर के एक अस्पताल का भी लोकार्पण करेंगे तथा मिशन इंद्रधनुष योजना के तहत बच्चों के टीकाकरण के सघन अभियान की शुरूआत और महिला स्वास्थ्यकर्मियों को ई टैबलेट का वितरण करेंगे.

अपने यात्रा के अंतिम चरण में वह मध्य गुजरात के भरूच में भाडभुत में नर्मदा नदी पर 4300 करोड से अधिक की लागत से बने बराज (बांध) का भी लोकार्पण करेंगे. इसका इस्तेमाल समुद्री इलाके में पीने तथा औद्योगिक इस्तेमाल के पानी के स्रोतों के खारे होने की समस्या से निपटने में भी होगा. वह गुजरात नर्मदा वैली फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड की 600 करोड की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे.

मोदी सूरत के उधना से बिहार के जयनगर के लिए जाने वाली एक अंत्योदय एक्सप्रेस को रिमोट वीडियो पण्राली के जरिये हरी झंडी दिखा कर रवाना भी करेंगे. 1871 किमी की यात्रा करीब 38 घंटे में पूरी की जा सकेगी. वह इसके बाद वडोदरा से वापस नयी दिल्ली रवाना हो जायेंगे.

मोदी के एक बार फिर 16 अक्टूबर को गुजरात आने की संभावना है जब वह सत्तारूढ भाजपा की ओर से आयोजित एक विशाल रैली को अहमदाबाद के निकट संबोधित कर सकते हैं. इसमें सात लाख से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं के शिरकत करने की संभावना है.
   
प्रधानमंत्री ने पिछले माह 13 और 14 तारीख को गुजरात का दौरा कर जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का शिलान्यास किया था. इसके बाद अपने जन्मदिन 17 सितंबर को उन्होंने नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध को मध्य गुजरात में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्र को समर्पित किया था.

 

वार्ता


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