वोट बैंक के आधार पर नीतिगत निर्णय नहीं करती मोदी सरकार : अमित शाह

Last Updated 09 Sep 2017 05:24:53 PM IST

भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने नोटबंदी से विकास दर तथा औपचारिक अर्थव्यवस्था का आकार बढ़ने का दावा करते हुये आज कहा कि मोदी सरकार नीतिगत निर्णयों को वोट बैंक से अलग रखकर जनहित में फैसले करती है.


अमित शाह उद्योग संगठन फिक्की द्वारा दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए.

उद्योग संगठन फिक्की द्वारा दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में शाह ने मोदी सरकार की तीन साल की उपलब्धियाँ गिनाते हुये कहा कि भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनने से कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा इस दौरान सरकार ने कई ऐसे कदम उठाये हैं जिसके लिए उसे लोगों की नाराजगी और आलोचाना भी सहनी पड़ी है.

मोदी सरकार लोगों को अच्छा लगे ऐसे काम करने की बजाय, लोगों के लिए जो अच्छे हों ऐसे काम करने में यकीन रखती है. वह नीतिगत निर्णयों को वोट बैंक से नहीं जोड़ती है. हमने ऐसे फैसले किये हैं जो देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी हों. नोटबंदी इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी से औपचारिक अर्थव्यवस्था का आकार बढ़ा है. नोटबंदी से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर बढ़ी है. मोदी सरकार के सत्ता सँभालते समय विकास दर 4.7 प्रतिशत थी जो अब 7.1 प्रतिशत पर पहुँच गयी है. हालाँकि, उन्होंने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के 31 अगस्त को जारी कमजोर आँकड़ों को इससे अलग रखते हुये कहा पिछली तिमाही को छोड़ दीजिये. तकनीकी कारणों से इसमें विकास दर कम रही है.

उन्होंने कालाधन के मुद्दे पर पिछली सरकार को निशाना बनाते हुये कहा कि उसने मॉरिशस, सिंगापुर और साइप्रस से कालाधन अनैतिक तरीके से भारत लाने के लिए कुछ रास्ते बनाये थे. मौजूदा सरकार ने इन देशों के साथ ऐसे समझौतों को समय से पहले समाप्त करके उन अनैतिक रास्तों को बंद करने का काम किया है.

मोदी सरकार के कार्यकाल में बैंकों की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) के बढ़े प्रतिशत के बारे में श्री शाह ने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने एनपीए को छिपाने की बजाय पूरी पारदर्शिता के साथ उसे स्वीकार करने का साहस दिखाया है. उन्होंने कहा रोग को छिपाने से समाधान नहीं होगा. जो तकलीफ हो रही है उससे निपटने के समाधान ढूँढ़ेंगे.



भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि तीन साल में देश में करदाताओं की संख्या 3.7 करोड़ से बढ़कर 6.3 करोड़ पर पहुँच गयी है. ग्रामीण इलाकों में सड़क निर्माण की दर 69 किलोमीटर रोजाना से बढ़कर 133 किलोमीटर पर और रेल पटरी बिछाने की दर 4.3 किलोमीटर प्रति दिन से बढ़कर 7.9 किलोमीटर रोजाना पर पहुँच गयी है. रसोई गैस सिलेंडर के लिए नकद लाभ हस्तांतरण वाले उपभोक्ताओं की संख्या 8.5 करोड़ से बढ़कर 36 करोड़ पर हो गयी है. इससे सब्सिडी का घोटाला बंद हुआ है और तीन साल में 59 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है.

उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), नकद राजनीतिक चंदे की सीमा 20 हजार से घटाकर दो हजार रुपये करने, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आसान बनाने, देश में कारोबारी माहौल आसान बनाने, बंगलादेश के साथ सीमा विवाद समाप्त करने, वित्तीय घाटा और चालू खाता घाटा कम करने, विदेशों में ब्रांड इंडिया को स्थापित करने जैसे सरकार के कदमों की भी तारीफ की.

शाह ने कहा कि जिस समय मोदी सरकार ने सत्ता सँभाली थी उस समय जीडीपी विकास दर 4.7 प्रतिशत थी. वित्तीय घाटा और चालू खाते का घाटा पाँच प्रतिशत से अधिक था. महँगाई दहाई अंक में बढ़ रही थी. चारों तरफ घोटाले और भ्रष्टाचार के कारण दुनिया भर में भारत की छवि खराब हुई थी. मौजूदा सरकार ने पिछले तीन साल में 'ब्रांड इंडिया' को दुनिया भर में स्थापित कर दिया.

उन्होंने कहा कि इस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि सोच बदलने की रही है. उन्होंने उद्योग जगत से ब्रांड इंडिया को भुनाते हुये देश से बाहर भी निवेश के अवसर तलाशने की अपील की.

वार्ता


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment