पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत भयंकर बाढ़ की चपेट में, बिहार में 41 की मौत

Last Updated 15 Aug 2017 12:53:13 AM IST

पिछले तीन से लगातार हो रही भारी बारिश ने बिहार के कई हिस्सों को तहस-नहस कर दिया है, जिसमें अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 65.37 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.




बिहार के अररिया में आई बाढ़ के बीच गेहूं के दाने केले के पत्तों पर रखकर सुरक्षित स्थान जाने का प्रयास करते हुए.

इसके साथ ही इस विनाशकारी बाढ़ ने असम और बंगाल के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में लिया है और वहां का जनजीवन अस्त-व्यस्त है. देश के बाकी हिस्सों से पूर्वोत्तर का रेल संपर्क टूट गया है.
असम में बाढ़ की स्थिति काफी गंभीर हो गई है, जहां 25 जिलों के लगभग 32 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. तीन और लोगों की इसमें जान चली गई, जिससे राज्य में मरने वालों की कुल संख्या 18 तक पहुंच गयी है.
अरणाचल प्रदेश में भी बाढ़ की स्थिति काफी विकट हो गयी है, जहां कई जिलों में लगातार हो रहे भूस्खलन से सड़क यातायात बाधित हुआ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल से बाढ़ की स्थिति को लेकर बात की और इस विकट घड़ी में केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव मदद मुहैया कराने का आासन दिया.
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने की दो घटनाओं में छह लोगों की जान चली गयी और छह सैन्यकर्मियों समेत दस लोग लापता हैं.
बाढ़ से बिहार के 12 जिलों के लगभग 65.37 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि अररिया सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है.

एक अधिकारी ने बताया कि अररिया में 20, सीतामढ़ी में छह, किशनगंज में पांच, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण और दरभंगा में तीन-तीन लोगों और मधुबनी में एक व्यक्ति की मौत हुई है. 
किशनगंज, पूर्णिया के तीन प्रखंड और कटिहार का एक प्रखंड बाढ़ की चपेट में है जिससे सड़कों को नुकसान पहुंचा है.
इस बीच पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जन संपर्क अधिकारी प्रणव ज्योति शर्मा ने एक बयान में कहा कि रेलवे बोर्ड ने देश के विभिन्न हिस्सों से पूर्वोत्तर क्षेत्र की ओर आने वाली उन ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है, जिन्हें 16 अगस्त 2017 को सुबह 10 बजे तक कटिहार या मालदा टाउन पहुंचना था.
शर्मा ने कहा, पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में पिछले 72 घंटों में भारी बारिश के कारण रेलवे परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. एनएफ रेलवे के कटिहार और अलीपुरद्वार में कई जगहों पर रेलवे लाइनों पर पानी आ गया है.  
शर्मा ने कहा कि स्थिति को देखते हुए एनएफ रेलवे ने आज 11 ट्रेनों को रद्द कर दिया. चार अन्य ट्रेनों की सेवाओं को विभिन्न जगहों पर बीच में समाप्त कर दिया गया.  
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ राहत कायरे में लापरवाही बरतने पर गोण्डा के प्रभारी जिला पूर्तिअधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी और करनैलगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्साधिकारी को निलंबित करने के आज निर्देश दिये.मुख्यमंत्री आज जिले के कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद पाल्हापुर बाढ़ राहत केन्द्र में उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में बाढ़ से मरने वाले दो व्यक्तियों के परिजनों को सहायता के रूप में चार-चार लाख रपए के चेक तथा बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रशासन द्वारा वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न व दैनिक उपयोगी वस्तुओं की किट भी वितरित कीं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा,   हम देश में बाढ़ की स्थिति से चिंतित है. पहले की बाढ़ से दक्षिण बंगाल प्रभावित हुआ. अब उत्तर बंगाल प्रभावित है. राहत और बचाव अभियानों के लिए हम लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.  
पूर्वी मध्य रेलवे ने कहा है कि कटिहार खंड के तहत खंभा नंबर 117 पर बाढ़ के पानी के खतरे के निशान से उपर बहने के कारण रेल यातायात किशनगंज और हटवार के बीच प्रभावित हुआ है.
मुख्य जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार द्वारा ईसीआर के एक बयान में बताया गया कि 33 ट्रेनें रद्द कर दी गयी और 11 ट्रेनों की यात्रा पहले ही समाप्त कर दी गयी.
अरूणाचल प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुयी है. राज्य के विभिन्न हिस्सों से सड़क संपर्क बाधित होने की खबरें है. सुदूरवर्ती अंजाव जिला  पिछले सात दिनों से राज्य से कटा हुआ है. 
इसके अलावा तेलंगाना, आंध प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में अधिकांश जगहों पर भी बारिश हुई है.

भाषा


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