आप में बवाल, मान-मनौव्वल का दौर जारी

Last Updated 03 May 2017 09:12:50 AM IST

आम आदमी पार्टी में शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसा लग रहा है कि बीती देर रात केजरीवाल के घर कुमार विश्वास की मौजूदगी में हुई आप नेताओं की बैठक बेनतीजा रही.


आप में बवाल, मान-मनौव्वल का दौर जारी

दरअसल करीब एक घंटे चली बैठक के बाद कुमार विश्वास मीडिया से बिना बात किए ही अपने घर रवाना हो गए.उन्होंने वहां मौजूद मीडिया से बात नहीं की.इस बैठक में क्या हुआ और क्या फैसला लिया गया इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पायी है.

दरअसल विश्वास के बागी तेवरों के बाद आम आदमी पार्टी के नेता उन्हें मनाने में जुट गए और सीएम अरविंद केजरीवाल और डीपटी सीएम मनीष सिसोदिया, विश्वास के घर पहुंचे और उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए.
 
इस केजरीवाल ने कहा की विश्वास आंदोलन का अभिन्न अंग हैं और उन्हें उम्मीद है कि हम उन्हें मना लेंगे.

आपको बता दें कि आप में जारी तनातनी आज उस समय और बढ़ गई जब वरिष्ठ पार्टी नेता कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल के आसपास की मंडली द्वारा उन पर हमलों को लेकर पार्टी छोड़ने की धमकी दी.

पार्टी ने नुकसान कम करने के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया को उतारा जिन्होंने विास के खिलाफ हमलों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए कहा कि लोग जानते हैं कि उनके बयानों से एक ‘‘खास पार्टी’’ को मदद मिलेगी.

इस घटनाक्रम से एक दिन पहले ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान ने विास के साथ टकराव को लेकर पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति से इस्तीफा दे दिया था.

आपको बता दें कि आप के वरिष्ठ नेता कुमार विास और विधायक अमानतुल्ला खान के बीच आपसी विवाद बढ़ने के कारण पार्टी में टूट का संकट गहरा गया है.

ओखला से विधायक अमानतुल्ला खान द्वारा भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाये जाने के बाद कुमार विास ने पार्टी छोड़ने तक के संकेत दे दिये है. विश्वास ने पार्टी में उनके खिलाफ साजिश रचे जाने का आरेाप लगाते हुये ‘आप’ में अपने भविष्य का फैसला आज रात करने की बात कही है.
 
इतना ही नहीं विश्वास ने कल पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति :पीएसी: की बैठक में पार्टी नेताओं को मीडिया से बात करने पर परहेज बरतने के फैसले को धता बताते हुये आज संवाददाताओं से औपचारिक बातचीत में कहा कि वह पार्टी की गलतियों को उजागर करते रहेंगे और देशहित में जो भी सही होगा उसे बोलने से नहीं रुकेंगे.

विश्वास के कल पीएसी की बैठक में शामिल नहीं होने पर पार्टी में टकराव की स्थिति सार्वजनिक रूप से सतह पर आ गयी थी. हालांकि खान और विश्वास द्वारा पार्टी के अंदरूनी मामलों पर सार्वजनिक बयानबाजी करने की पीएसी में कड़ी निंदा की गयी. इस पर खान ने पीएसी से इस्तीफा दे दिया जिसे स्वीकार भी कर लिया गया.

विश्वास ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आप संयोजक पद से हटाकर उन्हें यह जिम्मेदारी देने की मांग के सवाल पर कहा कि उनके मन में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या आप संयोजक बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है. पंजाब, गोवा विधानसभा चुनाव और नगर निगम चुनाव में आप के लचर प्रदर्शन को देखते हुये पार्टी के तमाम विधायक केजरीवाल को पार्टी संयोजक पद से हटाने की पैरोकारी कर रहे हैं.

विश्वास ने भावुक होते हुये कहा कि ‘‘मैं यह बात केजरीवाल और सिसोदिया को पहले ही बता चुका हूं कि मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है. ना ही मैं स्वराज इंडिया या किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होने जा रहा हूं.’’

हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि खान अगर केजरीवाल या सिसोदिया के खिलाफ कुछ भी बोलते तो उन्हें 10 मिनट के भीतर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता. इससे पहले मंत्री कपिल मिश्रा सहित आज आप के वरिष्ठ नेताओं ने विास से मुलाकात कर उन्हें मनाने की कोशिश की. लेकिन इसका कोई खास असर होता नहीं दिखा.
 



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