VIDEO : PM से मिलीं महबूबा, कश्मीर के हालात और गठबंधन पर हुई बात
जम्मू-कश्मीर में खराब होती सुरक्षा की स्थिति और पीडीपी-भाजपा गठबंधन में तल्खी के बीच राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
PM से मिलीं महबूबा |
मुख्यमंत्री ने घाटी में बिगड़ रहे हालात को सुधारने के लिए पीएम मोदी से बातचीत की पहल करने की अपील की और कहा कि मोदी इसके लिए संवेदनशील और विचार की मुद्रा में दिखाई दिए.
महबूबा ने मोदी के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की हालात सामान्य होने के बाद बातचीत की मंशा है.’’
मोदी से मुलाकात के दौरान महबूबा ने कश्मीर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की नीति का जिक्र किया और कहा कि डोर के सिरे को वहीं से पकड़ना चाहिए जहां पर वह छूटा था. यह जाहिर रूप से अलगाववादियों से बातचीत का सुझाव था.
महबूबा ने कहा, ‘‘आप कितने लंबे समय तक टकराव कर सकते हैं. बातचीत के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल बातचीत के लिए वातावरण तैयार किए जाने की जरूरत है.’’
प्रधानमंत्री के आवास पर 20 मिनट चली बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने मोदी को घाटी के हालात पर खासतौर पर श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र में नौ अप्रैल को उपचुनाव के दौरान हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर जानकारी दी.
महबूबा ने कहा, ‘‘हुर्रियत कान्फ्रेंस के साथ बातचीत तब भी हुई थी जब अटल जी प्रधानमंत्री थे और एल के आडवाणी जी उप प्रधानमंत्री. हमें वहां से शुरू करने की जरूरत है जहां से वाजपेयी जी ने छोड़ा था. बातचीत ही एकमात्र विकल्प है.’’
बैठक के दौरान कश्मीर में सुरक्षा स्थिति के तौर-तरीके पर पीडीपी और भाजपा गठबंधन में आए तनाव पर भी चर्चा हुई.
गठबंधन में तनाव तब भी आया जब हाल ही में हुए एमएलसी चुनावों में एक निर्दलीय विधायक ने भाजपा उम्मीदवार विक्र म रंधावा के पक्ष में मतदान किया था. चुनाव में पीडीपी यह सीट हार गई थी.
उन्होंने कहा, ‘‘जो भी हुआ वह नहीं होना चाहिए था. लेकिन यह अंदरूनी मामला है और हम भाजपा के साथ इसे सुलझा लेंगे.’’
घाटी में पथराव की बढ़ती घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां कुछ युवा हैं जिन्हें ‘भ्रमित’ किया गया. वहीं कुछ को व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए उकसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मंगलवार को एकीकृत कमान के साथ बैठक में विचार किया जाएगा.
उन्होंने सिंधु नदी जल समझौते का भी मुद्दा उठाया और कहा कि इससे राज्य को 20 हजार करोड़ रपए का नुकसान हो रहा है.
महबूबा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि इससे राज्य की भरपाई कैसे हो सकेगी यह देखने का प्रयास किया जाएगा.
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