PM मोदी ने अस्पताल को क्यों दिया ऐसा 'श्राप'- बोले- यहां किसी को न आना पड़े
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के सूरत में करीब 500 करोड़ रूपये की लागत से बने एक निजी अस्पताल के उद्घाटन के बाद अपने खास मजाकिया लहजे में कहा कि वह इस अवसर पर शुभकामना देने की बजाय ‘श्राप’ देना पसंद करेंगे.
![]() प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी |
उन्होंने कहा कि अस्पताल ऐसी जगह होती है जिसके फलने फूलने की शुभकामना नहीं दी जा सकती.
उन्होंने कहा कि वह अगर किसी हीरे की कंपनी या ऐसी किसी चीज का उद्घाटन कर रहे होते तो उसे फलने फूलने की शुभकामना देता पर एक अस्पताल ऐसी जगह नहीं होती जिसके बारे में ऐसा किया जा सके. इसलिए मैं श्राप देता हूं कि यहां किसी को भी आने की जरूरत ना पड़े. और अगर कोई मरीज यहां आ भी जाएं तो एक बार में ही इतना अच्छा इलाज हो जाए ताकि उसे दुबारा यहां नहीं आना पड़े.
इससे पहले मोदी ने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल की मौजूदगी में अपने संबोधन में कहा कि वह इस अस्पताल के लिए 500 करोड़ का दान देने वाले लोगों की वाहवाही इसलिए नहीं करेंगे क्योंकि वह जानते हैं कि ये लोग दान देने की भावना से ही पले बढ़े हैं.
मोदी ने कहा कि सूरत एक ऐसी जगह है जहां उन्हें यह नहीं लगता कि प्रधानमंत्री के पद पर जाने के कारण लोगों से उनका एक तरह का दुराव हो गया है.
उन्होंने स्थानीय पाटीदार समाज के लोगों, जिनके ट्रस्ट ने उक्त अस्पताल (किरण मल्टी स्पेशिऐलिटी हॉस्पिटल) का निर्माण कराया है, को अपने परिवार का भाग बताते हुए कहा कि एक प्रधानमंत्री होने के बावजूद इन लोगों ने सोमवार सुबह उन्हें नाश्ते में सौराष्ट्र की पारंपरिक भाखरी भेजी.
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