भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक 15-16 अप्रैल को, नजरें 2019 के लोकसभा चुनाव पर

Last Updated 13 Apr 2017 08:40:20 PM IST

साल 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कमर कसते हुए भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक 15 और 16 अप्रैल को भुवनेश्वर में हो रही है.


भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन (फाइल फोटो)

भाजपा 2019 के लोकसभा चुनावों में कोरोमंडल क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए इस बीजद शासित राज्य को केंद्र में रखने की तैयारी कर रही है.  

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने ‘भाषा’ से कहा कि ओडिशा के भुवनेश्वर में 15 और 16 अप्रैल को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सभी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और सभी केंद्रीय मंत्री समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे.

पिछले महीने उड़ीसा के स्थानीय निकाय चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा ने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने का फैसला किया है. भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को लगता है कि 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए अभी से तैयारी शुरू की जानी चाहिये.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2019 लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी सांसदों, नेताओं, कार्यकर्ताओं से लोगों के बीच जाने और सरकार के सुशासन एवं लोक कल्याण योजनाओं को जनता के समक्ष पहुंचाने को कह चुके हैं. इस क्रम में प्रधानमंत्री देश के विभिन्न प्रदेशों के सांसदों के साथ पांच बैठकें कर चुके हैं.

भाजपा का विशेष जोर उन 120 सीटों पर है जिनमें वह जीत दर्ज नहीं कर पायी लेकिन उसे जीत हासिल करने की उम्मीद है.

इस सिलसिले में हाल ही में भाजपा नीत राजग के 32 सहयोगी दलों की बैठक को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा . इस बैठक के दौरान राजग ने दावा किया है कि हाल में कुछ राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन से स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आजादी के बाद भारत के सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे हैं.

शिवसेना समेत राजग के 32 घटक दलों की ओर से पारित प्रस्ताव से स्पष्ट हो गया है कि सत्तारूढ़ गठबंधन साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी के नेतृत्व में जीत हासिल करने को उत्सुक है.



भाजपा नेता ने कहा कि ओडिशा में स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन निश्चित तौर पर उत्साहवर्धक रहा है. पार्टी को अच्छी सफलता मिली है और लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास के मार्ग को गति प्रदान करने का फैसला किया है. 

फिलहाल वर्तमान में उड़ीसा विधानसभा में भाजपा के दस विधायक हैं और एक लोकसभा सांसद है. स्थानीय निकाय के चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा नेतृत्व को उड़ीसा में पार्टी के लिए बड़ी संभावना नज़र आ रही हैं.

भाजपा को राज्य में पैर पसारने का मौका सत्ताधारी बीजू जनता दल में खींचतान से मिलता दिख रहा है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों में बीजद की अंदरूनी कलह सतह पर आ गई हैं. भाजपा इसी का फायदा उठाने की फिराक में है.

इन घटनाक्रमों के बीच भाजपा ने भुवनेर में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारियां कुछ इस तर्ज पर करनी शुरू कर दीं जिससे एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया जा सके.

भाजपा दलित, महिलाओं, कमजोर वर्ग और युवाओं पर विशेष जोर दे रही है. हाल ही में भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते प्रधानमंत्री ने सुधार और विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जनता का मूड सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में सकारात्मक है. यह गरीबों के लिए काम करने का स्वर्णिम अवसर है. 

केंद्र में मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार अगले महीने तीन वर्ष पूरे करने जा रही है.

भाषा


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