रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए वित्तीय सहायता में 100 प्रतिशत वृद्धि को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।

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पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए कल्याणकारी योजनाएं केन्द्रीय सैनिक बोर्ड के माध्यम से भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग द्वारा संचालित की जाती हैं।
मंत्रालय ने कहा कि निराश्रयता अनुदान को प्रति लाभार्थी 4,000 रुपये से दोगुना करके 8,000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है, जिससे वृद्ध और गैर-पेंशनभोगी पूर्व सैनिकों (ईएसएम) और 65 वर्ष से अधिक आयु की उनकी विधवाओं को आजीवन निरंतर सहायता मिलेगी।
इसके अलावा, पूर्व सैनिकों के दो आश्रित बच्चों (कक्षा 1 से स्नातक तक) या दो वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम कर रही उनकी विधवाओं के लिए शिक्षा अनुदान को भी 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये प्रति व्यक्ति प्रति माह कर दिया गया है।
विवाह अनुदान के अंतर्गत वित्तीय सहायता 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये प्रति लाभार्थी कर दी गई है। यह अनुदान पूर्व सैनिकों की अधिकतम दो पुत्रियों और विधवा पुनर्विवाह के लिए लागू है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘संशोधित वित्तीय सहायता एक नवंबर, 2025 से जमा किए गए आवेदनों पर लागू होगी, जिसका वार्षिक वित्तीय भार लगभग 257 करोड़ रुपये होगा।’’