सर्दी में दिल के मरीज अपनाएं ये फिटनेस टिप्स, करें खुद की हिफाजत
स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी संपत्ति है. लेकिन आज के आधुनिक परिदृष्य में लोगों की दिनचर्या उनके बीमारी का मुख्य कारण बनती जा रही है. उन्हीं बीमारियों में से एक हृदय रोग है.
फाइल फोटो |
अनुमानित आकड़े को देखें तो आज भारत में हर पांचवा व्यक्ति दिल का मरीज है. चूंकि सर्दियों का मौसम स्वास्थ की दृष्टि से सबसे उत्तम माना जाता है. पर दिल के मरीजों के लिए सर्दी काफी परेशानी एवं गंभीर समस्या लेकर आती है. आज के अशुद्ध वातावरण एवं दिन व दिन बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल संबंधित बीमारियां से आज हर उम्र के लोग ग्रसित हो रहे हैं.
बहरहाल स्थिति यह है कि भारत जैसे देश में दिल को स्वस्थ रखना दिनोंदिन एक समस्या बनता जा रहा है. आगे बढ़ने की होड़ एवं अनियमित दिनचर्या में अधिकांश लोग स्वस्थ जीवन शैली पर अमल नहीं कर पाते. इससे अमूमन कम उम्र में ही लोग तनाव एवं हाई ब्लडप्रेशर के चपेट में आ जाते हैं और यह बढ़ती उम्र के साथ हार्ट अटैक जैसी बीमारी से जूझना पड़ जाता है.
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक रिसर्च के मुताबिक गर्मियों के मुकाबले सर्दी के मौसम में हार्ट अटैक से होने वाले मौत के मामले 26 से 36 प्रतिशत तक बढ़ जाते हैं.
डॉ. राकेश चुघ, कार्डिओथोरासिक वैस्कुलर सर्जन, बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिटूट के अनुसार इस तरह बदलते मौसम के साथ दिल के मरीज को कुछ एतिहात भी बरतने की जरूरत होती है.
गर्मी के बाद मौसम के मिजाज में बदलाव आता है और सर्दी हावी होने लगती है. ऐसे में दिल के मरीजों को बदलते मौसम व ठंड के मौसम में अपने स्वास्थ के प्रति थोड़े सजग होने की भी आवश्यकता है. दिल के मरीज ठंड से अपने को किस तरीके से बचा सकते है एवं उनकी दिनचर्या कैसी हो.
मरीजों के लिए सर्दियों में डायट चार्ट
- सुबह के समय मलाई रहित दूध एक गिलास दो चम्मच शक्कर के साथ ले एवं इसके साथ 3-4 आखरोट भी आवश्य लें.
- ब्रेकफास्ट में अंकुरित अनाज एक प्लेट मिक्स या वेजीटेबल उपमा ले सकते हैं.
- दोपहर में दो चपाती चोकर सहित, छिलके वाली दाल एक कटोरी, आधा कटोरी चावल, एक कटोरी हरी सब्जी, दही एक कटोरी एवं साथ में सलाद लें.
- शाम के समय एक कप चाय दो बिस्किट या कोई भी एक फल ले सकते हैं.
- रात के समय भी भोजन वैसा लिजिए जैसा दिन के समय लंच में लिया हो.
- सोने से पहले भी अगर आप कुछ लेते हो तो आधा गिलास दूध या फल ले सकते हैं.
- सर्दी के मौसम में दिन छोटे होते हैं और अक्सर इस मौसम में लोग अवसाद या तनाव के भी शिकार हो जाते हैं. दिन के छोटा होने के कारण व्यायाम करने की आदत एवं बरते जाने वाली सावधानी भी कम हो जाती है. इन सभी कारण से भी सदियरे में हमारे दिल को काफी संवेदनशील बना देते हैं और जिससे ठंड में इस कारण भी दिल के मरीजों की तकलीफें और बढ़ जाती हैं.
- ठंड में ब्लड सकरुलेशन कम हो जाता है जिस कारण रक्त धमनियां सिकुड़ जाती हैं. ऐसे मरीजों में हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है. सर्दियों के मौसम में दिल के मरीजों के लिए आवश्यक है कि इस मौसम में कुछ बातों का खास ख्याल रखें एवं थोड़ा बहुत शारीरिक व्यायाम आवश्य करें.
- दिल के मरीजों के लिए बादाम एवं पिस्ते का सेवन फायदेमंद होता है और यह ठंड के लिहाजा से भी इनके लिए कॉफी फायदेमंद होता है.
- सर्दियों के मौसम में दिल के मरीजों के लिए ग्रीन टी का सेवन भी लाभदायक होता है. मरीजों को घी, मक्खन इत्यादि का सेवन कम से कम करना चाहिए.
- दिल के मरीजों को नमक, मिर्च तथा तले-भुने भोजन का प्रयोग कम से कम करना चाहिए. यद्यपि शरीर को वसा की जरूरत हमेशा रहती है इसलिए इसे भोजन से पूरी तरह हटाया नहीं जा सकता इसलिए सर्दियों में दिनभर में दो-तीन चम्मच घी व चार-पांच चम्मच तेल का उपयोग भोजन में कर सकते हैं.
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