गर्भवती महिलाओं का जीका परीक्षण एक से ज्यादा बार करवाया जाना चाहिए
गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस का परीक्षण एक से ज्यादा बार करवाया जाना चाहिए. ऐसा वैज्ञानिकों का कहना है जिन्होंने पाया है कि संक्रमण की आशंका को खारिज करने के लिए केवल एक परीक्षण में एक नकारात्मक परिणाम काफी नहीं है.
![]() (फाइल फोटो) |
गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस का पता लगाने के लिए आवणिक परीक्षण मसलन रक्त, मूत्र, और लार की संक्रमण काल के दौरान आमतौर पर जांच की जाती है.
ब्राजील में मेडिकल स्कूल आफ साओ जोस दो रियो प्रेतो में प्रोफेसर मॉरिसियो लासेरदा नोगुईरा ने बताया कि उन गर्भवती महिलाओं के समूह पर नजर रखी गई जिनमें जीका संक्रमण की पुष्टि हुई थी, हफ्ते-हफ्ते भर के अंतर पर कई महीनों तक उनके मूत्र का परीक्षण किया गया. कुछ महिलाओं में इस परीक्षण के दौरान वायरस गायब हो गया लेकिन फिर वापस दिखने लगा.
नोगुईरा के मुताबिक किसी भी मरीज के मूत्र में वायरस सात महीनों तक बना रह सकता है.
परिणाम नकारात्मक आने पर भी कम से कम हफ्ते भर के अंतर पर परीक्षण को दो बार दोहराना चाहिए.
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