मोदी-योग बना वर्ल्ड रिकार्ड, PM Modi की अगुआई में UN में योग सत्र का आयोजन, 135 देशों के प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा

Last Updated 22 Jun 2023 06:40:28 AM IST

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित योग सत्र में 135 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है।


संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योगा करते हुए।

इस ऐतिहासिक योग सत्र ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा दिया।

संयुक्त राष्ट्र में भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का र्सटििफकेट प्राप्त किया। जिस स्थान पर यह विश्व कीर्तिमान बना है, वहीं पर 9 वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे सर्वसम्मति से मंजूरी मिली थी।

इस बार 180 देशों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास किया गया।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज

संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में आयोजित योग सत्र को सर्वाधिक देशों के लोगों की सहभागिता के मामले में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।

राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा के पहले चरण में यहां आये मोदी ने नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (9th International Yoga Day) पर ऐतिहासिक समारोह का नेतृत्व किया। इसमें संयुक्त राष्ट्र (Unites Nations) के शीर्ष अधिकारियों, राजनयिकों और जानीमानी हस्तियों ने भाग लिया।

‘नमस्ते’ से शुरू किया संबोधन

मोदी ने योग दिवस के अवसर पर, सफेद रंग की एक योग टी-शर्ट और पायजामा पहन रखा था। उन्होंने अपना संबोधन ‘नमस्ते’ शब्द के साथ शुरू किया और समारोह में शामिल होने के लिए दूर-दूर से यहां आने को लेकर लोगों का आभार जताया। 

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी, हॉलीवुड अभिनेता र्रिचड गेर, न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स सहित अन्य हस्तियां योग दिवस समारोह में शामिल हुईं।

► मैं आप सभी को यहां देखकर प्रसन्न हूं। आप सभी का आने के लिए शुक्रिया। मुझे बताया गया है कि आज यहां लगभग हर राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग हैं  

► योग भारत से आया है और यह एक बहुत पुरानी परंपरा है। योग कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी भुगतान से मुक्त है। योग किसी भी उम्र के महिला या पुरुष द्वारा और तंदुरूस्ती के किसी भी स्तर पर किया जा सकता है। योग को कहीं भी (विश्व के किसी भी कोने में) ले जाया जा सकता है और यह सही मायने में विश्वव्यापी है

► योग का उद्देश्य एकजुट करना है..मुझे याद है कि नौ साल पहले यहां से मुझे 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव करने का अवसर मिला था। यह देखना सुखद था कि पूरा विश्व इस विचार के समर्थन में आया

भाषा
न्यूयार्क


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