चीन नहीं, भारत कर सकता है यूक्रेन संकट का समाधान : बेरा
भारतीय-अमेरिकी सांसद अमी बेरा (Indian-Origin Lawmaker Ami Bera) ने कहा है कि रूस (Russia) के साथ पुराने संबंधों के कारण भारत, यूक्रेन संकट (Ukraine crisis) के समाधान में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए चीन (China) की तुलना में अधिक उपयुक्त है।
![]() भारतीय-अमेरिकी सांसद अमी बेरा |
बेरा (Ami Bera) ने कहा कि उन्हें भारतीय प्रशासन को यूक्रेन संकट (Russia Crisis) को समाप्त करने में अपनी पूर्ण राजनयिक क्षमता का इस्तेमाल करते देखकर खुशी होगी। अमेरिकी सांसद ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ओवल कार्यालय में अगले सप्ताह होने वाली अपनी बैठक में यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए युद्ध को लेकर चर्चा करेंगे या नहीं।
बेरा (Bera) ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘मुझे नहीं पता कि इस मामले पर बात होगी या नहीं, लेकिन मुझे निश्चित ही लगता है कि भारत, रूस-यूक्रेन संकट (Russia-Ukraine Crisis) को सुलझाने के लिए मदद करने में अग्रणी भूमिका निभा सकता है। भारत के रूस के साथ जाहिर तौर पर पुराने संबंध हैं।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के साथ वह बातचीत कर सकते हैं, जो हम नहीं कर सकते। मुझे लगता है कि इस संघर्ष का समाधान सभी के हित में हैं। आप देख रहे हैं कि चीन के राष्ट्रपति एक प्रकार का संघर्ष विराम लागू करने या समाधान करने के लिए बातचीत की कोशिश कर रहे हैं। मुझे वास्तव में लगता है कि व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ भारत के संबंधों के मद्देनजर वह (India) इस भूमिका के लिए अधिक उपयुक्त है।’
रूस ने पिछले साल फरवरी में यूक्रेन (Russia attack Ukraine) पर हमला किया था, जिसके बाद मोदी ने पुतिन और यूक्रेन से राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से कई बार बात की है और इस दौरान प्रधानमंत्री ने वार्ता एवं कूटनीति के जरिए संघर्ष के समाधान पर जोर दिया है।
बेरा ने बताया कि इस सप्ताह व्हाइट हाउस (White House) में होने वाली बैठक में बाइडन और मोदी (Biden Modi Meeting)आर्थिक साझेदारी पर बात करेंगे। उन्होंने कहा, ‘व्यापारिक संबंधों को लेकर कुछ बातचीत होगी। मुझे लगता है कि वे आपूर्ति श्रृंखलाओं पर बात करेंगे। भारत कच्चे माल का एक महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता हो सकता है।
उसका फार्मास्युटिकल क्षेत्र और प्रौद्योगिकी क्षेत्र निश्चित रूप से परिपक्व है। बेरा ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच भू-राजनीतिक सुरक्षा के बारे में भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान चीन के साथ लगती भारत की सीमा संबंधी गतिविधियों और सीमा पर घुसपैठ को लेकर भी वार्ता होगी। उन्होंने कहा ‘समुद्री क्षेत्र पर भी वार्ता होगी। मुझे लगता है कि रक्षा संबंधों एवं सह-निर्माण के कुछ अवसरों के बारे में बातचीत होगी।’
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