एकपक्षवाद का विरोध करता है चीन
चीन ने क्वाड जैसे समूहों का पुरजोर विरोध जारी रखने का संकेत देते हुए रविवार को कहा कि यह सभी प्रकार के एकपक्षवाद और विशेष राष्ट्रों के खिलाफ लक्षित गुटों और विशेष समूहों के गठन का विरोध करता है।
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राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में सौंपी गई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की सप्ताह भर चलने वाली 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस रविवार को यहां शुरू हुई। पार्टी के महासचिव जिनपिंग ने हर पांच साल में एक बार आयोजित होने वाली सीपीसी कांग्रेस में एक कार्य रिपोर्ट सौंपी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के हवाले से कहा गया है कि चीन संयुक्त राष्ट्र और इसके मूल में स्थित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा करने के लिए कृत संकल्प है। चीन का मानना है कि इसके मूल में अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों तथा सिद्धांतों के आधार पर अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नियंत्रित करने वाले बुनियादी मानदंड शामिल हैं।
ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका के गठजोड़ (एयूकेयूएस) के अलावा चीन क्वाड गठबंधन का विरोध करता है, जिसमें अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल है। चीन का कहना है कि इन समूहों का उद्देश्य चीन के उभार को रोकना है। चीन के बढ़ते सैन्य युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि में क्वाड इस क्षेत्र में एक स्वतंत्र, मुक्त और संपन्न हिंद-प्रशांत सुनिश्चित करने की आवश्यकता की वकालत करता है। अमेरिका ने कहा था कि एयूकेयूएस प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रामकता के खिलाफ ‘निवारक’ के रूप में कार्य करेगा।
सीपीसी कांग्रेस के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए जिनपिंग ने कहा कि चीन सभी प्रकार के आधिपत्य और सत्ता की राजनीति, शीत युद्ध की मानसिकता, अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप और दोहरे मापदंड के खिलाफ मजबूती से खड़ा है। सीपीसी कांग्रेस में उन्होंने कहा कि चीन कभी भी आधिपत्य या विस्तारवाद की नीति में शामिल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि चीन अन्य देशों के साथ मित्रता और सहयोग आगे बढ़ाने में शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों का पालन करता है। जिनपिंग ने कहा कि चीन एक नए प्रकार के अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देने, समानता, खुलेपन और सहयोग के आधार पर वैश्विक साझेदारी को गहरा और विस्तारित करने तथा अन्य देशों के साथ साझे हितों को व्यापक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
जिनपिंग ने कहा है कि चीन आर्थिक वैीकरण के सही रास्ते का पालन करता है। उन्होंने कहा कि यह विकास के लिए अनुकूल अंतरराष्ट्रीय वातावरण को बढ़ावा देने और वैश्विक विकास के लिए नए आयाम बनाने के लिए अन्य देशों के साथ काम करने के वास्ते प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि चीन वैश्विक शासन प्रणाली के सुधार और विकास में सक्रिय भूमिका निभाता है। उन्होंने आगे कहा कि चीन सच्चे बहुपक्षवाद को कायम रखता है, अंतरराष्ट्रीय संबंधों में अधिक लोकतंत्र को बढावा देता है और वैश्विक शासन को निष्पक्ष तथा अधिक न्यायसंगत बनाने के लिए काम करता है।
जिनपिंग ने राष्ट्रीय रक्षा पर दिया जोर
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को कहा कि वर्ष 2027 में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की शताब्दी के लक्ष्यों को प्राप्त करना और लोगों की सशस्त्र बलों को विश्व स्तर के मानकों तक तेजी से ऊपर उठाना एक आधुनिक समाजवादी देश के निर्माण के लिए रणनीतिक कार्य है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की 20 वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के उद्घाटन सा में जिनपिंग ने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे हमेशा पार्टी के आदेश का पालन करें। हम लोगों के सशस्त्र बलों में पार्टी के निर्माण को मजबूत करेंगे।’ उन्होंने कहा कि पार्टी केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष के साथ अंतिम जिम्मेदारी की प्रणाली को लागू करने के लिए संस्थानों और तंत्र में सुधार करेगी।
जिनपिंग ने कहा कि सीपीसी लोगों के सशस्त्र बलों में पार्टी संगठनों को मजबूत करेगी, नियमित गतिविधियों को अंजाम देगी और सेना के राजनीतिक कार्योंं में सुधार के लिए संस्थानों को स्थापित करेगी। साथ ही ,आचरण में सुधार, अनुशासन लागू करने और सेना में भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए निरंतर प्रयास भी करेगी। जिनपिंग ने कहा कि सीपीसी सैन्य प्रशिक्षण को तेज करेगा और पूरे बोर्ड में युद्ध की तैयारियों को बढ़ाएगा, सैन्य शासन को मजबूत करेगा और एकीकृत राष्ट्रीय रणनीतियों तथा रणनीतिक क्षमताओं को मजबूत करेगा तथा बढ़ाएगा।
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