Xi Jinping In Hong Kong: हांगकांग में लोकतांत्रिक व्यवस्था 'एक देश दो व्यवस्थाएं' की नीति के अनुरूप है : राष्ट्रपति शी जिनफिंग

Last Updated 02 Jul 2022 12:34:01 PM IST

हांगकांग को चीनी शासन को सौंपने की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर राष्ट्रपति जिनपिंग गुरूवार को यहां पहुंचे। कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण करीब ढाई साल बाद जिनपिंग हांगकांग की यात्रा पर आए हैं।


चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग ने 30 जून को हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की प्रमुख प्रशासक कैरी लैम के साथ हांगकांग विज्ञान पार्क का निरीक्षण दौरा किया।

शी जिनफिंग ने हांगकांग में रह रहे चीनी विज्ञान अकादमी और इंजीनियरिंग अकादमी के सदस्यों व शोधकर्ताओं और युवा नवाचार व प्रौद्योगिकी उद्यमों के प्रतिनिधियों से मुलाकात
की।

शी जिनफिंग ने कहा कि हाल के वर्षों में केंद्र सरकार के समर्थन में हांगकांग ने अपनी श्रेष्ठता पर निर्भर रहते हुए बुनियादी अनुसंधान, प्रतिभा प्रशिक्षण और नवाचार व प्रौद्योगिकी उद्योग के विकास में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। हांगकांग की सरकार को नवाचार और प्रौद्योगिकी विकास को प्राथमिकता देते हुए समर्थन करने के साथ नेतृत्व की भूमिका निभानी चाहिए।

शोधकतार्ओं और उद्यमों के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात में शी जिनफिंग ने कहा कि केंद्र सरकार प्रौद्योगिकी नवाचार पर बड़ा ध्यान देती है। सरकार ने हांगकांग में अंतर्राष्ट्रीय नवाचार और प्रौद्योगिकी केंद्र बनाने को देश की 14वीं पंचवर्षीय योजना में शामिल किया है। आशा है कि वैज्ञानिक कार्यकर्ता कुंजीभूत तकनीक के अनुसंधान में प्रयास करेंगे, ताकि चीन को विश्व विज्ञान और प्रौद्योगिकी शक्तिशाली देश बनाने में योगदान किया जाए।

हांगकांग में एक देश दो व्यवस्थाएं की नीति के सफल होने की क्या वजह है?

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 1 जुलाई को हांगकांग की मातृभूमि की गोद में वापसी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर भाषण देते हुए 'एक देश दो व्यवस्थाएं' की नीति का उच्च मूल्यांकन किया। आज से 25 साल पहले 1 जुलाई को चीन सरकार ने हांगकांग की प्रभुसत्ता की बहाली की, और हांगकांग में 'एक देश दो व्यवस्थाएं' की नीति लागू की गई। बीते 25 सालों में हांगकांग ने विभिन्न चुनौतियों का सामना कर अपने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय स्थान, जहाजरानी और व्यापार केंद्र के स्थान को मजबूत किया। इतना ही नहीं, हांगकांग के निवासियों ने अभूतपूर्व लोकतांत्रिक अधिकारों और स्वतंत्रता का उपभोग किया। उदाहरण के तौर पर, हांगकांग की जीडीपी साल 1997 में 13.7 खरब हांगकांग डॉलर से बढ़कर 2021 में 2.86 अरब हांगकांग डॉलर तक जा पहुंची। हांगकांग में विदेशी मुद्रा का भंडार भी विगत 25 वर्षों में 5 गुना बढ़ गया है।

अमेरिकी कुह्न् फाउंडेशन के अध्यक्ष रॉबर्ट लॉरेंस कुहनो ने कहा है कि एक देश दो व्यवस्थाएं की नीति से हांगकांग को खास स्थान मिला है, जिससे चीन की अंतर्राष्ट्रीय छवि और नर्म शक्ति जाहिर हुई है। इधर के वर्षों में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कई बार एक देश और दो व्यवस्थाएं के बीच संबंधों का व्याख्यान किया है। साथ ही यह भी कहा है कि चीन सरकार द्वारा एक देश दो व्यवस्थाएं की नीति लागू करने का संकल्प कभी नहीं बदलेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि देश की प्रभुसत्ता, सुरक्षा और विकास के हितों की रक्षा करना एक देश दो व्यवस्थाएं की नीति का सबसे अहम विषय है। चीन की केंद्र सरकार हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र द्वारा कानून के मुताबिक उच्च स्वशासन के अधिकार पाने का पूरा सम्मान और ²ढ़ रक्षा करती है। हांगकांग की सत्ता की बागडोर देशभक्तों के हाथों में होनी चाहिए। चीन सरकार हांगकांग में लम्बे अरसे के लिए खास स्थान और विशेषता को बरकरार रखने का पूरा समर्थन करती है और हांगकांग के विकास में पैदा मुसीबतों को दूर करने में मदद भी करेगी।

हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के नये प्रमुख प्रशासक जॉन ली ने कहा कि उन्हें देश के समर्थन में हांगकांग में उभरने वाले सभी खतरों का निपटारा करने पर पूरा विश्वास है।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस बात का गवाह बनेगा कि एक देश दो व्यवस्थाएं की नीति हांगकांग में अधिकाधिक सफलता प्राप्त करेगी।

आईएएनएस
बीजिंग


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment