पाक तानाशाह जिया-उल-हक भी थे लता के प्रशंसक
पाकिस्तान के क्रूर तानाशाह जनरल मोहम्मद जिया उल हक को अपने देश में महिलाओं की संगीत और अन्य कला प्रस्तुति पर प्रतिबंध लगाने के लिए जाना जाता है, लेकिन वह भी लता मंगेशकर की सुरीली आवाज के जादू से अछूते नहीं रह सके थे और उन्होंने एक बार खुद स्वीकार किया था कि वह भारत की ‘स्वर कोकिला’ के प्रशंसक हैं।
![]() पाकिस्तान के क्रूर तानाशाह जनरल मोहम्मद जिया उल हक |
मंगेशकर (92) का मुंबई स्थित एक अस्पताल में निधन हो गया। वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं और उन्हें बीमारी के मामूली लक्षण थे।
उन्हें आठ जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की आईसीयू में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टर प्रतीत समदानी और उनकी टीम उनका इलाज कर रही थी।
एक पुराने साक्षात्कार के अनुसार 1982 में दिवंगत भारतीय पत्रकार कुलदीप नैय्यर के साथ बात करते हुए जिया ने मंगेशकर की प्रशंसा की बात स्वीकार की थी।
साक्षात्कार के दौरान नैय्यर ने जिया को यह कहकर ताना मारा कि भारतीय कहते हैं कि जब भी वे किसी सांस्कृतिक दल को पाक ले जाना चाहते हैं तो पाकिस्तान में उसका स्वागत नहीं होता।
ऐसे ही एक दल में लता मंगेशकर समेत कुछ प्रमुख महिला गायिकाएं शामिल थीं।
उस समय पाक के इस्लामीकरण की शुरुआत करने वाले जिया ने कहा था, ‘मैं जिम्मेदार व्यक्ति हूं। मुझे खुद लता मंगेशकर के गीत पसंद हैं, लेकिन अगर आप उन्हें गाने के लिए पाक भेजना चाहते हैं, तो मैं अभी इसे मना करूंगा, क्योंकि यह मौजूदा पाकिस्तानी भावना के अनुकूल नहीं है।’
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