महाभियोग के सभी आरोपों से बरी हुए डोनाल्ड ट्रम्प

Last Updated 06 Feb 2020 10:10:24 AM IST

अमेरिकी सीनेट ने देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को पद के दुरुपयोग और कांग्रेस (संसद) की कार्रवाई बाधित करने के आरोपों से बुधवार को बरी कर दिया।


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (फाइल फोटो)

ट्रम्प के खिलाफ आरोपों की कई हफ्ते तक जांच के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाले निम्न सदन ‘प्रतिनिधि सभा’ ने राष्ट्रपति पर पद के दुरुपयोग और कांग्रेस की कार्रवाई बाधित करने का अभियोग दिसम्बर में लगाया था।     

रिपब्लिकन बहुमत वाले सीनेट में पद के दुरुपयोग के मामले में 52 सांसदों ने ट्रम्प को बरी करने के लिए और 48 ने उनके खिलाफ वोट डाला।     

वहीं कांग्रेस की कार्रवाई बाधित करने के आरोप से ट्रम्प को बरी करने के लिए 53 और उन्हें इस मामले में दोषी करार के लिए 47 सांसदों ने वोट किया।     

रिपब्लिकन मिट रोमनी ने पद के दुरुपयोग के मामले में ट्रम्प के खिलाफ वोट डाला लेकिन कांग्रेस की कार्रवाई बाधित करने के मामले में उन्होंने ट्रम्प को बरी करने के पक्ष में वोट दिया।     

व्हाइट हाउस ने मतदान के तुरन्त बाद कहा, ‘‘राष्ट्रपति डेमोक्रेट के इस शर्मनाक व्यवहार को भूल आगे बढ़ने को तैयार हैं और अमेरिकी लोगों की ओर से 2020 और उसके बाद भी अपना काम जारी रखने को उत्साहित हैं।’’     

ट्रम्प ने कहा कि वह ‘फर्जी महाभियोग पर देश की जीत पर चर्चा करने के लिए’ व्हाइट हाउस से गुरुवार दोपहर 12 बजे सार्वजनिक बयान जारी करेंगे।    

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने भी डेमोक्रेट पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘डेमोक्रेट के फर्जी महाभियोग की कोशिश की आज पूरी तरह पुष्टि हो गई और राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रम्प निर्दोष साबित हुए। जैसा कि हमने हमेशा कहा है वह दोषी नहीं है।’’     

ग्रिशम ने कहा, ‘‘सीनेट ने महाभियोग के निराधार आरोपों के खिलाफ वोट किया.. केवल राष्ट्रपति के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों- सभी डेमोक्रेट और एक रिपब्लिकन ने मनगढ़ंत महाभियोग के आरोपों के पक्ष में वोट किया।’’     

ट्रम्प के 2020 राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान के प्रबंधन ब्रैड पार्स्केल ने कहा, ‘‘उनके पास करने को कुछ नहीं था, उन्हें पता था वह उन्हें (ट्रम्प को) मात नहीं दे सकते, इसलिए उन पर महाभियोग का मामला चला दिया। यह हमेशा से 2016 में दिए 6.3 करोड़ लोगों के वोट को बर्बाद करने का घिनौना तरीका और 2020 चुनाव में हस्तक्षेप करने का पारदर्शी प्रयास था।’’     

इस बीच, डेमोक्रेटिक ने रिपब्लिकन बहुमत वाले सीनेट पर ‘अमेरिकी लोगों की इच्छा और संविधान के प्रति उनके कर्तव्य’ को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।    

प्रतिनिधिसभा की अध्यक्ष नैन्सी पैलोसी ने कहा, ‘‘आज, राष्ट्रपति और सीनेट के रिपब्लिक सदस्यों ने अराजकता को मान्यता दी और हमारे संविधान की जांच और संतुलन की प्रणाली को अस्वीकार किया।’’     

पैलोसी ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति इस बात पर जोर देंगे कि उन्हें बरी कर दिया गया। सुनवाई के बिना कोई बरी नहीं हो सकता और गवाहों, दस्तावेजों और सबूतों के बिना कोई सुनवाई नहीं हो सकती।’’     

डेमोक्रेट की शीर्ष नेता ने कहा, ‘‘सबूतों दबाकर और एक निष्पक्ष न्यायिक प्रक्रिया के बुनियादी तत्वों को नजरअंदाज कर रिपब्लिकन सीनेट ने खुद को राष्ट्रपति द्वारा किए कृत्यों का भागीदार बनाया।’’    

एएफपी
वॉशिंगटन


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