ईयू चुनाव : दक्षिणपंथी पार्टियों की पकड़ ढीली

Last Updated 28 May 2019 06:56:05 AM IST

यूरोपीय संसदीय चुनाव में 178 सीटों के साथ यूरोपियन पीपुल्स पार्टी (ईपीपी) सबसे बड़ा राजनीतिक समूह बनकर उभरी है।


यूरोपीय संसदीय चुनाव

ईपी (यूरोपीय संसद) द्वारा सार्वजनिक किए गए प्रारंभिक नतीजों में यह बात सामने आई है। हालांकि इसकी संभावना है कि ईपीपी को 2014 के मुकाबले 38 सीटें कम मिल सकती हैं।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, रविवार को शुरुआती नतीजों से पता चलता है कि हाल के महीनों में यूरोप में जो लोकलुभावन और राष्ट्रवादी लहर चल रही थी, वह थम सी गई है। हालांकि, दक्षिणपंथी व राष्ट्रवादी नेता इटली, फ्रांस और हंगरी में जीते तो हैं लेकिन जैसी उम्मीदें उन्हें खुद तथा औरों को थीं, वे उन पर खरे नहीं उतर पाए हैं।

इसके बजाय, ईयू समर्थक ग्रीन और लिबरल दलों ने ईयू को लेकर सशंकित दलों से फिर भी बेहतर किया लेकिन रविवार के वोट के मद्देनजर यूरोपीय राजनीति के और भी अधिक विखंडित होने की संभावना है। प्रारंभिक परिणामों के अनुसार, प्रोग्रेसिव अलायंस ऑफ सोशलिस्ट एंड डेमोक्रेट्स (एस एंड डी) ईपी में 152 (पिछली बार की तुलना में 33 कम) सीटों के साथ दूसरा सबसे बड़ा समूह होगा जबकि अलायंस ऑफ लिबरल्स एंड डेमोक्रेट्स फॉर यूरोप समूह (एएलडीई) को पिछले चुनाव की तुलना में 39 सीटें अधिक प्राप्त होंगी और इनकी संख्या इस बार इनके लिए 108 होगी।

2014 के 42 प्रतिशत की तुलना में लगभग 50.5 प्रतिशत पात्र यूरोपीय मतदाताओं ने चुनाव में इस बार भागीदारी की। इसमें ग्रीन्स 67 सदस्यों के साथ चौथा सबसे बड़ा समूह होंगे, जो कि पहले की संसद की तुलना में 15 अधिक है। यूरोपियन कंजव्रेटिव्स एंड रिफॉमिस्ट्स 61 सीटें प्राप्त करेंगे जो पहले के मुकाबल 16 सीटें कम हैं। इस बीच, यूरोप ऑफ फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी समूह ईपी में 55 सीटों के साथ अपने प्रतिनिधियों को बढ़ाएंगे।

फ्रांस के दक्षिणपंथी धड़े की अगुवाई करने वाली मरीन ले पेन ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है जो इटली की नॉर्दर्न लीग, ऑस्ट्रिया की एफपीओ (फ्रीडम पार्टी ऑफ आस्ट्रिया), नीदरलैंड्स की पीवीवी (पार्टी फॉर फ्रीडम) और बेल्जियम की व्लाम्स बेलंग जैसी पार्टियों के साथ यूरोप ऑफ फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी समूह का हिस्सा हैं।

यूके इंडीपेन्डेस पार्टी (यूकेआईपी) के नाइजेल फराज की अगुवाई वाले यूरोप ऑफ फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी ग्रुप को 53 सीटें मिलेंगी। शुपुआती नतीजों के मुताबिक, लेफ्ट समूह को 13 सीटों का नुकसान होगा, जिससे नए यूरोचैम्बर में इसके सिर्फ 39 सांसद रह जाएंगे।

ब्रिटेन की ब्रेक्जिट पार्टी जीती
यूरोपीय संघ के विरोधी नाइजेल फेरेज की ब्रेक्जिट पार्टी को यूरोपीय संसद के चुनाव में सोमवार को सफलता मिली जबकि सत्ताधारी कंजरवेटिव को बड़ा झटका लगा। चुनाव ने यूरोपीय संघ से अलग होने के लिए ब्रिटेन के वोट करने के तीन साल बाद भी कायम मतभेद को उजागर कर दिया है। यूरोपीय संघ समर्थक लिबरल डेमोक्रैट्स और ग्रीन पार्टी को भी सफलता मिली। रविवार को यह चुनाव ऐसे वक्त हुआ है, जब पिछले सप्ताह ही प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने समय पर ब्रेक्जिट नहीं हो पाने के लिए इस्तीफा देने की घोषणा की थी। फेरेज ने फरवरी में ही अपनी पार्टी का पंजीकरण कराया था लेकिन अधिकतर घोषित परिणाम में उसने उपलब्ध 73 सीटों में 28 सीटें जीतकर 32 प्रतिशत वोट हासिल किया है।

उद्यमी दिनेश धमीजा निर्वाचित

ब्रिटिश भारतीय उद्यमी दिनेश धमीजा लंदन से यूरोपीय संसद (एमईपी) के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए हैं। पिछले बृहस्पतिवार को हुए चुनाव के नतीजे रविवार रात आने शुरू हुए। इसमें नवगठित ब्रेक्जिट पार्टी को स्पष्ट बढ़त मिल रही हैं। ईबुकर्स डॉट कॉम के संस्थापक, पूर्व अध्यक्ष और सीईओ धमीजा ने कहा, लोग हमसे खुश हैं। लेबर और टोरी (पार्टी) के मतदाता..वे अपनी पार्टियों से परेशान हो गए थे। ईयू में रहने के कट्टर समर्थक धमीजा ने 28 सदस्यीय आर्थिक ब्लॉक की ब्रिटेन की सदस्यता पर दूसरे जनमत संग्रह के पार्टी के व्यापक संदेश के साथ लंदन की लिबरल डेमोक्रेटिक सीट से चुनाव लड़ा था।

एजेंसियां
ब्रसेल्स


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