सत्कार्य के प्रति समर्पण ही तुम्हें धरती और धरती की आत्मा की रफ्तार के साथ चल सकने की सामथ्र्य देता है, निठल्ला होना तो मौसम की बहारों के लिए अजनबी बन जाना है और जीवन की उस शोभा यात्रा से अलग-थलग हो जाना है, जो अनन् ....
रोग के कई सारे पहलू हैं। अंग्रेजी शब्द ‘डिजीज’ का अर्थ है कि आप आराम में नहीं है। जब आप के शरीर को पता नहीं चलता कि आराम कैसे करें, तो ऊर्जा अस्त व्यस्त हो जाती हैं। ....
कितनी आसानी से आए दिन बहुसंख्यक शब्द का प्रयोग हिंदू धर्म के मानने वालों के लिए किया जाता है और अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर मुस्लिम धर्म को मानने वालों के लिए किया जाता है। ....
पर्यावरण की चिंता हर किसी की चिंता नहीं बन पाई है। मैंने कहा था कि ‘मैं इकॉनमी और इकॉलजी यानी अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के बीच विवाह करवा रहा हूं।’ ....
कर्मयोगियों को सुशील, मनोहर मिलनसार प्रकृति का होना होगा। उसको पूर्ण रूप से, अनुकूलता, क्षमाशीलता, सहानुभूति करने वाला, विश्व प्रेम, दया के गुणों से युक्त रहना होगा। ....
जैसे आकाश ने सबको घेरा हुआ है, जैसे जीवन की ऊर्जा सभी में व्याप्त है, वैसे ही कण- कण, चाहे पदार्थ का हो, चाहे चेतना का, परमात्मा की ही अभिव्यक्ति है। ....