श्रीराम भारतीय कला केंद्र में 12 अगस्त से शुरू हुई ‘कृष्ण’ की गाथा – 49वें संस्करण पर कलाकारों द्वारा प्रस्तुति

Last Updated 13 Aug 2025 04:10:49 PM IST

भगवान कृष्ण के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका ‘कृष्ण’ का 49वां संस्करण 12 से 16 अगस्त तक दिल्ली के कमानी सभागार में मंचित किया जा रहा है।


इस नृत्य नाटिका का आयोजन श्रीराम भारतीय कला केंद्र (SBKK) द्वारा किया जा रहा है। इसमें भगवान कृष्ण के जन्म से लेकर उनके अलौकिक प्रस्थान तक की जीवन यात्रा को पौराणिक कथा, संगीत और नृत्य के माध्यम से आध्यात्मिक और कलात्मक शैली में प्रस्तुत किया जाएगा।

इस नाटक का मंचन राजधानी दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम, मंडी हाउस में 12 से 16 अगस्त तक किया जाएगा जो हर रोज शाम 6:30 बजे शुरू होगा। वहीं 14, 15 और 16 अगस्त को दोपहर 3 बजे विशेष मैटिनी शो भी रखे गए हैं।



‘कृष्ण’ एक ऐसा नृत्य नाटक है जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से लेकर महाभारत में अर्जुन को दिए गए गीता उपदेश तक की झलकियों को सुंदरता से मंच पर उतारता है|

कार्यक्रम के निदेशक और एसबीकेके की अध्यक्ष पद्मश्री शोभा दीपक सिंह ने एक बयान में कहा, "यह हमारे लिए गर्व की बात है कि 'कृष्ण' अपने 49वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। श्रीकृष्ण का जीवन केवल पौराणिक कथा नहीं, बल्कि एक जीवन-दर्शन है - जिसमें प्रेम, साहस और बुद्धि का गहरा संदेश छिपा है। हम इसे पूरी कलात्मकता और भावनात्मकता के साथ दर्शकों तक पहुँचाने का प्रयास करते हैं। "



इस नाटक का मंचन केंद्र डांस रेपर्टरी द्वारा की जा जाएगी, जो श्रीराम भारतीय कला केंद्र की पेशेवर नृत्य मंडली है। नृत्य कला का निर्देशन शशिधरन नायर और राज कुमार शर्मा ने किया है जो एसबीकेके में रिपर्टरी प्रभारी भी हैं। रिपर्टरी प्रभारी वह व्यक्ति होता है जो कलाकारों की टीम और प्रस्तुतियों का रचनात्मक व प्रबंधकीय निर्देशन करता है।

इस वर्ष कुछ नए युवा कलाकारों को भी टीम में शामिल किया गया है, जिससे प्रस्तुति और भी ऊर्जा से भर गई है।



‘कृष्ण’ नृत्य-नाटक में शास्त्रीय और लोक नृत्य शैलियों का सुंदर संगम है। पारंपरिक परिधान, आभूषण, संगीत और प्रतीकात्मक दृश्य इसे एक संपूर्ण सांस्कृतिक अनुभव बनाते हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत श्रीराम भारतीय कला केंद्र स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए सुबह के विशेष शो 12 और 13 अगस्त को आयोजित किए जाएंगे जिनके बाद 45 मिनट की एक कार्यशाला होगी जिसमें कृष्ण पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा 14, 15 और 16 अगस्त को दोपहर के शो के लिए भी स्कूल बुकिंग कर सकते हैं।

संध्याकालीन शो साढ़े छह बजे से शुरू होंगे जबकि 14 से 16 अगस्त तक दोपहर के शो तीन बजे से प्रस्तुत किए जाएंगे।

पिछले 45 वर्षों से ‘कृष्ण’ नाटक हर उम्र के दर्शकों को प्रेम, करुणा, धर्म और सत्य का संदेश देता आया है। यह प्रस्तुति कला और अध्यात्म का अनूठा संगम है।
 

समय लाईव डेस्क
नई दिल्ली


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