Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी के दिन करें सरस्वती वंदना का पाठ, मिलेगा ज्ञान का वरदान

Last Updated 12 Feb 2024 12:15:16 PM IST

Basant Panchami 2024 Read Saraswati Vandana: बसंत पंचमी प्रत्येक वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है। इस साल 14 फरवरी 2024 को बसंत पंचमी मनाई जाएगी।


Basant Panchami 2024 Read Saraswati Vandana:

यह हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार है। ये दिन माँ सरस्वती को समर्पित है और इस दिन माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। देवी सरस्वती को विद्यादायिनी,ज्ञान,संगीत,कला और शिल्पकार की देवी के तौर पर पूजा जाता है। कई लोग इस दिन को सरस्वती पूजा के नाम से भी जानते हैं। इस दिन लेखक, कलाकार और विद्वान आदि लोग अपने कलम और ग्रंथों की पूजा भी करते हैं। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने से बल, बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है।

पुराणों के अनुसार जो लोग पूरे विधि-विधान के साथ देवी सरस्वती की पूजा करते हैं उन्हें सुस्ती, आलस्य एवं अज्ञानता से छुटकारा मिलता है और अपार ज्ञान की प्राप्ति होती है। बसंत पंचमी के दिन सुबह उठकर शरीर पर उबटन लगाकर स्नान कर के पीलें वस्त्र पहनने से मां सरस्वती खुश होती हैं। कुछ जगह इस दिन शिशुओं को पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है साथ ही ज़्यादातर विद्यालयों में माता सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन मां सरस्वती को खुश करने के लिए सरस्वती वंदना का पाठ करना चाहिए। सरस्वती वंदना।का पाठ करने से मां ज्ञान का वरदान देती हैं।

सरस्वती वंदना। saraswati vanadana

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।

या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥

या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।

सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥

शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं।

वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌॥

हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌।

वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्‌॥

सरस्वती मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि-रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

इस दिन आप सभी को मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए निम्न मंत्रों का जाप करना चाहिए
ॐ श्री सरस्वती शुक्लवर्णां सस्मितां सुमनोहराम्।।

कोटिचंद्रप्रभामुष्टपुष्टश्रीयुक्तविग्रहाम्।

•  वह्निशुद्धां शुकाधानां वीणापुस्तकमधारिणीम्।।

रत्नसारेन्द्रनिर्माणनवभूषणभूषिताम्।

•  सुपूजितां सुरगणैब्रह्मविष्णुशिवादिभि:।।वन्दे भक्तया वन्दिता च मुनीन्द्रमनुमानवै:।

प्रेरणा शुक्ला
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment