तेज चलें हम

Last Updated 12 Jun 2019 02:38:11 AM IST

आपने कभी अपनी चाल पर गौर किया है। नहीं किया है तो अब करें। यह देखें कि जब भी आप चलते हैं तो आपकी चाल तेज होती है या आप आराम-आराम से चलते हैं?


जग्गी वासुदेव

इस अंतर को ध्यान में रखना या इस पर गौर करना जरूरी है। इसलिए कि अगर आप आराम से चलते हैं तो आपको थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि हालिया एक स्टडी के अनुसार जो लोग आराम-आराम से टहलकर चलते हैं, उनकी अपेक्षा ब्रिस्क वॉक यानी तेज-तेज चलने वाले लोग ज्यादा लंबी उम्र जीते हैं। यह रिसर्च किया है, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ रिसर्च और लीसेस्टर बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर ने।

इस सेंटर के किये इस शोध के अनुसार तेज कदम चलने वाले लोग तीन मील प्रति घंटे की रफ्तार से एक मिनट में 100 कदम तक चलते हैं और धीरे-धीरे चलने वालों से आगे निकल जाते हैं। वहीं, धीरे चलने वाले लोग एक या दो मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलते हैं और एक मिनट में महज 50 कदम ही चल पाते हैं। इस शोध के अंतर्गत 4 लाख 75 हजार लोगों को शामिल किया गया और उनके ऊपर अधारित डाटा के अनुसार यह बात स्थापित की कि आपकी रफ्तार आपकी दीर्घ आयु को दर्शाती है। जो लोग आराम से चलते हैं, वे उन लोगों की अपेक्षा कम जीते हैं, जो तेज-तेज चलते हैं।

आपको बता दें कि इस अध्ययन में हर उम्र, वजन और ऊंचाई वाले लोगों को शामिल किया गया था। अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार कम वजन वाले लोग जो धीरे-धीरे चलते हैं। उनके लंबी उम्र तक जीने की संभावना बहुत कम रहती है। यह आयु सीमा पुरु षों में औसतन 64 साल और महिलाओं में 71 साल तक होती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि आपकी चाल और आपकी उम्र से संबंधित यह अपने आप में पहला और अनोखा अध्ययन है।

इस अध्ययन में शामिल प्रोफेसर येट्स का कहना है कि अब हमें लोगों को ब्रिस्क वॉक़ करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। यह उनकी सेहत और उम्र दोनों के लिए अच्छा है। तेज चलने के बारे में एक और बात है। यह भी काम की बात है। तेज चलने वाले व्यक्ति का आत्मविश्वास काफी बढ़ा-चढ़ा पाया गया है। वह अंदर और बाहर-दोनो स्तरों पर आत्मविश्वास से लबरेज पाया गया है। और जीवन में आत्मविश्वास पहली चीज है-फतह हासिल करने के लिये।

जग्गी वासुदेव


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