हर्षोल्लास से मनायी गयी बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा
देश भर में शनिवार को बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा का उत्सव पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
![]() फाइल फोटो) |
इस अवसर पर स्कूल कॉलेजों में ज्ञान, कला, विद्या और वाणी की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित की गयी और छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक वस्त्रों में सज-धज कर पूरे विधि-विधान के साथ उनकी आराधना की। इसके अलावा कई स्थानों पर सार्वजनिक पंडालों में भी वीणावादिनी देवी की प्रतिमा स्थापित की गयी और लोगों ने उनके दर्शन कर विद्या और सुख-समृद्धि का वरदान मांगा। घरों में भी इस अवसर पर विशेष पूजा अर्चना की गयी।
हिंदू धर्मावलंबी माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मा सरस्वती की पूजा-अर्चना करते हैं। माना जाता है कि मां शारदा को पीत वर्ण बहुत प्रिय है, इसलिए इस दिन लोग पीले वस्त्र धारण कर इसी रंग के फूल, फल और मिष्ठान आदि से उनकी पूजा करते हैं। जैसे-जैसे बसंत ऋतु आती है, वैसे वैसे मौसम से ठंड भी कम होनी शुरू हो जाती है। पेड़ पौधों पर पत्ते, फूल और कलियां खिलने लगती हैं। सरसों की फसल पककर तैयार हो जाती है और प्रकृति हरी चादर ओढ़ कर अपना रंग बरसाती है। देश के विभिन्न राज्यों में बसंत पंचमी अलग तरीके से मनायी जाती है।
झारखंड, बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस अवसर पर देवी सरस्वती की पूजा की जाती है, जबकि पंजाब और हरियाण में बसंत पंचमी को फसल उत्सव के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर कई राज्यों में पतंगे भी उड़ायी जाती हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न गणमान्य लोगों ने इस अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी है। श्री कोविंद ने इस अवसर पर कहा, बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। मैं कामना करता हूँ कि बसंत का आगमन सभी देशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य का संचार करे तथा विद्या की देवी मां सरस्वती सभी के जीवन ज्ञान के प्रकाश से आलोकित करे।
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