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- Pics: अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाएगी सरकार
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वीकार किया कि अर्थव्यवस्था कठिन दौर से गुजर रही है, लेकिन इसे पटरी पर लाने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी. सिंह ने रुपये में गिरावट के लिए बढ़ते चालू खाते के घाटे (सीएडी) तथा वैश्विक कारकों को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने उम्मीद जताई कि विदेशी विनिमय बाजार में सटोरिया दबाव कम होने के साथ ही रुपए में गिरावट पर काबू पाने के लिए हाल में उठाये गये कदमों को भारतीय रिजर्व बैंक वापस ले लेगा. प्रधानमंत्री शुक्रवार को नई दिल्ली में उद्योग मंडल एसोचैम की सालाना बैठक को संबोधित कर रहे थे. अर्थव्यवस्था के बारे में उन्होंने कहा कि यद्यपि घरेलू अर्थव्यवस्था की नींव मजबूत तथा अडिग है पर पर चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत के बजट अनुमान से कम रह सकती है. उन्होंने उद्योग जगत को आश्वस्त किया कि सरकार अर्थव्यवस्था को पुन: तेजी की राह पर लाने के लिए हरसंभव कदम उठायेगी. उन्होंने कहा कि हम अर्थव्यवस्था को पुन: तेजी की राह पर लाने के लिए कोई कोर कसर नहीं रखेंगे. मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि आप नकारात्मक भावनाओं में न बहें. मनमोहन ने कहा कि मैं शुरू में ही यह कहना चाहूंगा कि अधिकांश अन्य देशों की तरह हम भी एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं. उद्योग जगत अर्थव्यवस्था को ऊंची वृद्धि दर की राह पर वापस लाने के लिए सरकार की ओर देख रहा है. उसकी यह अपेक्षा उचित है और हमारे मन में यह सबसे ऊपर है.