- पहला पन्ना
- कारोबार
- अब 6.50 रुपये में मिलेंगे कॉन्डम

कॉन्डम बनाने वाली दूसरी कंपनियां डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल्स पर ऑर्डर रिव्यू करने के लिए दबाव बना रही हैं. इंडिया में कॉन्डम सबसे पहले बर्थ कंट्रोल की जरूरत के चलते जरूरी टूल्स में शामिल हुआ. पॉलिसीमेकर्स न सिर्फ बढ़ती आबादी बल्कि शिशुओं की बढ़ती मृत्यु दर और माताओं के खराब स्वास्थ्य की चिंता में घुलने लगे लेकिन अब बड़ी आबादी को लेकर उनकी सोच में बदलाव आया है. कॉन्डम को यौनरोगों को रोकने के लिए जरूरी टूल मानते हुए सरकार ने इसका अधिकतम मूल्य तय करने का फैसला किया है.
Don't Miss