फ़िल्म "स्वतंत्र वीर सावरकर" की राइट्स को लेकर रणदीप हुड्डा और प्रोड्यूसर के बीच छिड़ी जंग, रणदीप का पलड़ा भारी, प्रोड्यूसर गिरे औंधे मुंह ! जानें क्यों ?
रणदीप हुडा फिल्म 'स्वतंत्र वीर सावरकर' को लेकर सुर्खियों में हैं। हुडा बॉलीवुड के एक मशहूर अभिनेता हैं।
![]() फ़िल्म "स्वतंत्र वीर सावरकर" , रणदीप हुड्डा |
मूवी के पोस्टर और टीजर को खूब पसंद किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इस फ़िल्म का दर्शक बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। हालांकि, रिलीज से पहले रणदीप हुडा की फिल्म कानूनी पचड़े में फंस गई है। रणदीप हुडा और प्रोड्यूसर संदीप सिंह के बीच विवाद पैदा हो गया है। दोनों ने स्वतंत्र वीर सावरकर की कहानी को लेकर अपने-अपने स्वामित्व का दावा किया है। फिल्म की घोषणा के दौरान रणदीप फिल्म के को-प्रोड्यूसर, मुख्य अभिनेता और निर्देशक थे, जबकि संदीप सिंह और आनंद पंडित प्रोड्यूसर थे।
रणदीप की ओर से दावा किया गया है कि उन्होंने चरित्र में जान डालने के लिए अपने वजन को इतना कम कर लिया था जो खतरनाक हो सकता था। साथ ही साथ यह भी दावा किया गया है कि उन्होंने वीर सावरकर की भूमिका को जीवंत करने के जितनी मेहनत की है उतनी कभी भी किसी फिल्म के लिए नहीं की। उन्होंने अपने आपको फ़िल्म के सभी बौद्धिक अधिकारों का एक मात्र मालिक होने की बात की है। इस साल की बहुचर्चित फिल्म "स्वत्रंत वीर सावरकर" की स्क्रिप्ट राइट्स को लेकर प्रोड्यूसर संदीप सिंह और आंनद पंडित के वकील एड़ी-चोटी का दम लगा रहे हैं, लेकिन फ़िल्म के राइट्स, स्क्रीन राइटर असोसिएशन( SWA) के तहत 17 नवंबर को ही रणदीप हुडा और उत्कर्ष नैथनी के नाम पर पहले से ही रजिस्टर हैं।
फ़िल्म की राइट्स को लेकर चल रहे विवाद में ताजा जानकारी यही है कि प्रोड्यूसर संदीप सिंह फ़िल्म की राइट्स पर अपना स्टेक जताने की कोशिश कर रहे हैं। लेखकों की कड़ी मेहनत को चुराने के प्रयास में, उन्होंने वही स्क्रिप्ट ली और 21 नवंबर को SWA यानि कि स्क्रीन राइटर एसोसिएशन के साथ इसे अपने नाम के तहत गैरकानूनी और अनैतिक रूप से पंजीकृत करने से पहले टाइटल की स्पेलिंग बदल दी, ताकि ये प्रतीत हो कि वो इस फ़िल्म के राइटर हैं। लेकिन ये सब करके भी संदीप सिंह स्क्रिप्ट की राइट पर अपना मालिकाना हक नही बना पाए। क्योंकि संदीप सिंह की रजिस्टर्ड स्क्रिप्ट में शुरुआती पन्ने पर उत्कर्ष और रणदीप के नाम का जिक्र है।
दोनों सह-लेखक रणदीप और उत्कर्ष अब रणदीप हुडा फिल्म्स के साथ अनुबंधित हैं और उन्हें फिल्म के आईपीआर का मालिक बनाते हुए सभी भुगतान कर दिए हैं। ऐसे में संदीप सिंह और आनंद पंडित राइट्स को लेकर कोई भी कानूनी पचड़े में पड़ेंगे तो उन्हे निराशा ही हाथ लगेगी। आपको बता दें कि फ़िल्म की शुरुवात के कुछ दिनों में ही प्रोड्यूसर्स ने फ़िल्म को डब्बे में बंद करने का निर्णय ले लिया था ,यहां तक कि रणदीप हुडा को उनके पैसे भी नही मिले, चूंकि फ़िल्म की कहानी में बेतहाशा शामिल और फ़िल्म को बनाने की जुनूनीयत रणदीप को खामोश बैठने नही दी। उसी वजह से उन्होंने यह लड़ाई शुरू की। स्क्रिप्ट से लेकर, फ़िल्म की फंडिंग, एक्टिंग से लेकर फ़िल्म का डायरेक्शन ,सारी कमान रणदीप ने संभाली। ये फ़िल्म महज एक फ़िल्म नही हैं बल्कि रणदीप ने इसमें अपनी आत्मा तक दे दी हैं। इस फ़िल्म का निर्माण करते समय उन्होंने अपना 26 किलो वजन कम किया था।
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