भारत चीन युद्ध के नायक पर बनी फिल्म उच्च न्यायालय के आदेश के बाद रिलीज

Last Updated 20 Jan 2019 06:51:30 PM IST

वर्ष 1962 में भारत चीन के बीच हुए युद्ध के एक नायक पर आधारित फिल्म शुक्रवार को दिल्ली उच्च न्यायालय की हरी झंडी मिलने के बाद रिलीज की गयी।


भारत चीन युद्ध के नायक पर बनी फिल्म रिलीज

अदालत ने कहा कि शहीद का परिवार निजता के हनन का दावा नहीं कर सकता है क्योंकि उसने 2015 में खुद फिल्म बनाने के लिए सहमति दी थी।     

न्यायमूर्ति विभू बखरू ने कहा कि ‘ 72 ऑवर्स-मार्टर हू नेवर डाइड’ की रिलीज रोकने का कोई कारण नहीं है। यह फिल्म राइफलमैन जसवंतसिंह रावत की जिंदगी पर आधारित है। उन्हें 1962 की जंग में अदम्य साहस के लिए मरणोपरांत महावीर चक्र से नवाज़ा गया था।      

रावत के परिवार ने फिल्म के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया था और अपनी तथा शहीद की निजता के अतिक्रमण का दावा किया था।     

इसके अलावा, उन्होंने फिल्म के निर्माता संध्या एंटरटेनमेंट से रॉयल्टी की मांग के साथ-साथ रावत के किरदार को निभाने वाले अभिनेता को बदलने को कहा था।      

प्रोडक्शन हाउस ने अदालत से कहा कि 2015 में परिवार की सहमति ली गई थी और उनकी ओर से दी गई जानकारी पर ही फिल्म आधारित है।     

सुनवाई के दौरान अदालत ने केंद्र सरकार के वकील कीर्तिमानसिंह से कहा था कि वह फिल्म देखें और अदालत को बताएं कि क्या इसमें कुछ आपत्तिजनक है।     

फिल्म देखने के बाद सिंह ने अदालत से कहा कि फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है जो शहीद या उनके परिवार के लिए आपत्तिजनक हो।

    

इसके बाद अदालत ने कहा कि उसे फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने का कोई कारण नहीं मिलता है।      

याचिका के मुताबिक, रावत सेना की चार गढवाल इकाई के राइफलमैन थे। उन्होंने 1962 में हुए युद्ध के दौरान अकेले अपने दम पर तीन दिन तक चीनी सेना को रोके रखा, लेकिन वह 17 नवंबर 1962 को शहीद हो गए।

भाषा
नयी दिल्ली


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