मास्क और पीपी किट के साथ ऑक्सीमीटर की भी मांग बढ़ी
पुरानी दिल्ली इलाके के भागीरथ पैलेस स्थित देश के सबसे बड़े मेडिसिन मार्केट में इन दिनों मास्क और पर्सनल प्रोटेक्शन (पीपी) किट के अलावा ऑक्सीमीटर की भी मांग बढ़ गई है।
(फाइल फोटो) |
ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल रोगी के शरीर में ऑक्सीजन और सांस लेने की गणना के लिए किया जाता है।
अच्छी बात यह है कि मांग बढ़ने के बावजूद इसकी कीमतें स्थिर हैं। पल्स ऑक्सीमीटर एक छोटा डिवाइस है, जो कि एक क्लिप की तरह दिखता है। इसे उंगली में क्लिप की तरह लगाया जाता है। इसके बाद इसमें लगे सेंसर ये पता लगा पाते हैं कि खून में ऑक्सीजन का प्रवाह कैसा है। यह डिवाइस आपके हार्ट रेट को भी दिखाता है।
यह मरीज की स्थिति को गंभीर होने से बचाने में मदद करता है। यह उपकरण मरीज को गंभीर स्टेज में जाने से पहले अलर्ट कर देता है।
मेडिकल उपकरणों का व्यवसाय करने वाले वेद प्रकाश जिंदल ने कहा, "मास्क और पीपी किट की तरह ऑक्सीमीटर की मांग में इतनी वृद्धि नहीं हुई है। लेकिन यह सच है कि पहले के मुकाबले इसकी मांग में कुछ वृद्धि आई है। लॉकडाउन के दौरान जब अधिकांश छोटे अस्पताल और क्लीनिक बंद रहे तब भी इसकी मांग लगातार बनी रही। दरअसल, इस उपकरण का इस्तेमाल कोरोना रोगियों के शरीर में ऑक्सीजन का लेवल जांचने के लिए किया जाता है।"
मेडिकल उपकरणों और ऑक्सीमीटर के एक अन्य विक्रेता कपिल सहाय ने कहा, "अस्पतालों में अभी कोरोना के अलावा अन्य रोगों के रोगी लगभग न के बराबर हैं। बावजूद इसके ऑक्सीमीटर की डिमांड पहले जितनी ही बनी हुई है, क्योंकि इसका इस्तेमाल कोरोना रोगियों के उपचार में किया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि डिमांड के बावजूद इसकी कीमत में कोई बदलाव नहीं आया है।"
दिल्ली समेत उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में दवा और ऐसे मेडिकल उपकरणों की सप्लाई कर रहे भागीरथ पैलेस के ही एक दर्जन से अधिक दुकानदार कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। दुकानदारों और उनके कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर यह मार्केट 6 दिन के लिए बंद कर दी गई थी। पांच जून से यह मार्केट फिर से खोल दी गई है।
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