दिल्ली-NCR में तेज हवा से राहत, धुंध छंटी, प्रदूषण हुआ कम
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शनिवार को तेज हवाएं बहीं और चटख धूप निकली। इससे प्रदूषण स्तर में गिरावट तो आई लेकिन वायु गुणवत्ता की स्थिति ‘गंभीर’ ही बनी रही।
![]() दिल्ली-NCR में धुंध छंटी (file photo) |
दिल्ली में अधिकतम वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम को 388 बना रहा, सुबह यह आंकड़ा 412 था। शनिवार को सुबह से ही चली तेज हवाओं ने दिल्ली को धुंध की मोटी परत से निजात तो दिला दी लेकिन वायु प्रदूषण का स्तर संतोषजनक स्थिति में नहीं आया।
इसके साथ ही गाजियाबाद (347), ग्रेटर नोएडा (309), गुरुग्राम (360), फरीदाबाद (358) और नोएडा (338) में भी प्रदूषण के स्तर में कमी दर्ज की गई। उधर, पंजाब व हरियाणा के कई जिलों में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ और ‘खराब’ श्रेणियों में दर्ज की गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार अमृतसर, बठिंडा, जालंधर, लुधियाना और पटियाला में संबंधित एक्यूआई क्रमश: 251, 103, 158, 158 और 117 रहा। चंडीगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 144 दर्ज किया गया।
भारतीय मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा,‘क्षेत्र में तेज सतही हवाएं बहीं जिनकी गति 25 किलोमीटर प्रतिघंटे तक थी जिससे धुंध में कमी आई ओर थोड़ी राहत मिली।’ उन्होंने कहा, ‘रविवार को भी हवा चलने की उम्मीद है और अगले दो दिनों में वायु गुणवत्ता में और सुधार होगा।’ दिल्ली और पड़ोसी गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण के खतरनाक स्तर में पहुंचने के चलते दो दिनों तक बंद रहे स्कूल शनिवार को खुल गए।
सरकारी वायु निगरानी एजेंसी ‘सफर’ के एक अधिकारी ने कहा कि तेज हवाओं के साथ प्रदूषणकारी तत्व भी साफ हो रहे हैं। दिल्ली में हवाएं अगले दो दिन तक जारी रहने की उम्मीद है। पराली जलाने की घटनाएं कम हैं। यह यदि अधिक भी हैं, तो इसे बहाने वाली हवाओं की दिशा अनुकूल (उत्तर) नहीं है और इसकी गति भी अधिक (42 किलोमीटर प्रतिघंटा) है। दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की भूमिका रविवार को दो फीसद से अधिक नहीं रहने का पूर्वानुमान है। सोमवार को एक्यूआई खराब श्रेणी में रहने की उम्मीद है। यद्यपि प्रदूषण 20 नवम्बर के बाद बढ़ने की आशंका है क्योंकि एक और पश्चिमी विक्षोभ से वायु की गति कम होगी।
| Tweet![]() |