ग्रीन पटाखों का लाइसेंस नहीं मिला
दिवाली में महज नौ दिन बचे हैं लेकिन अभी तक सदर बाजार के कारोबारियों को पटाखा बेचने का लाइसेंस तक नहीं मिला है।
दिल्ली व्यापार महासंघ के अध्यक्ष देवराज बवेजा |
इन कारोबारियों से पुलिस ने ग्रीन पटाखा बेचने का शपथ पत्र भी ले लिया है। ऐसे में कारोबारियों की समझ में यह नहीं आ रहा है कि आखिर कब लाइसेंस मिलेगा और वह कब पटाखे बेचेंगे। उन्होंने तुरंत लाइसेंस जारी करने की मांग की है।
वर्षों से पटाखे बेचने का काम कर रहे कारोबारियों का कहना है कि जिस पटाखे को सरकार खतरनाक बता रही है उसे बेचने के लिए पहले 18 दिनों का लाइसेंस मिलता था अब जब ग्रीन पटाखा बेचना है जिसे सरकार सुरक्षित बता रही है तो उसके लिए अभी तक लाइसेंस नहीं मिला है।
कई दशक से पटाखे बेचने वाले सदर बाजार के सदर निशकाम वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हरजीत सिंह छाबड़ा का कहना है कि 17 अक्टूबर गुजर गई और अभी तक किसी भी दुकानदार को पटाखा बेचने का लाइसेंस नहीं मिला है जबकि पुलिस ने दुकानदारों से ग्रीन पटाखा ही बेचना का शपथ पत्र ले चुकी है। उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर को दीवाली है ऐसे में अगर दो एक दिन बाद लाससेंस मिलता भी है तो फिर व्यापारी क्या करेगा। उन्होंने सवाल किया कि जब ग्रीन पटाखे सुरक्षित हैं तो फिर लाइसेंस देने में इतनी देरी क्यों हो रही है।
दिल्ली व्यापार महासंघ के अध्यक्ष देवराज बवेजा ने कहा कि प्रदूषण को देखते हुए सरकार का सिर्फ ग्रीन पटाखे बेचने की अनुमति देना ठीक है, लेकिन जब यह निर्णय एक साल पहले हो चुका था जिन लोगों ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है उसे कम से कम लाइसेंस तो दे दिया जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि अब से पहले 65-70 दुकानदार दीवाली पर पटाखे बेचने के लिए आवेदन करते थे लेकिन इस बार सिर्फ 12 दुकानदारों ने ही आवेदन किया है, उन्हें भी अभी तक लाइसेंस नहीं मिला है।
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