मोबाइल फोन खोने से परेशान लोगों के लिए सुकून की खबर
हर रोज मोबाइल फोन खोने से परेशान लोगों के लिए सुकून की खबर है। बुधवार को सरकार द्वारा संचार साथी पोर्टल की लान्चिंग की जाएगी। जो चोरी या गुम हुए फोन को ब्लॉक या ट्रैक करने का काम करेगा।
![]() मोबाइल का साथी |
दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक व नार्थ ईस्ट के कुछ भागों में अभी सेंटर फॉर डिपार्टमेंट ऑफ टैलीमैटिक्स (Center for Department of Telematics) इसका ट्रायल चला रहा है, जिसे अब समूचे देश में प्रयोग किया जा सकेगा। इसमें ऐसा सिस्टम भी है, जो मोबाइल की होने वाली स्मगलिंग पर पैनी नजर रखेगा। अपराधियों द्वारा चोरी के मोबाइल की आईएमईआइ बदल कर मोबाइल का प्रयोग करने पर यह उसे ब्लॉक या ट्रैक करने जैसा महत्त्वपूर्ण कार्य भी करेगा। देश में इस वक्त साठ करोड़ से ज्यादा स्मार्टफोन प्रयोग किए जा रहे हैं।
सूचना प्रसारण मंत्रालय के अनुसार 120 करोड़ लोगों के पास फोन की सुविधा है। जो दिनों-दिन तेजी से बढ़ती जा रही है। स्मार्टफोन केवल सोशल मीडिया या इंटरनेट के कारण ही नहीं प्रचलित हो रहा है। बल्कि नए फोन विभिन्न सुविधाओं को समेटते जा रहे हैं। जो आमजन की जीवनचर्या में विशेष स्थान बना चुका है।
कोविड महामारी के बाद अचानक लोगों में स्मार्टफोन के प्रति आकषर्ण बढ़ा। लगातार बढ़ रही सुविधाओं व सरलता ने पैसों के लेन-देन में भी मोबाइल की जरूरत बढ़ाई है। ऐसे में फोन का खोना या चोरी हो जाना बहुत दिक्कत खड़ी कर देता है। पुलिस गुमशुदा या चोरी के फोन के शिकायत भी आसानी से नहीं दर्ज करने को राजी नहीं होती। खासकर युवाओं के लिए फोन चलता-फिरता कंप्यूटर व धन की थैली है। वे अपने सभी जरूरी डाक्यूमेंट्स फोन में ही सुरक्षित रखते हैं।
फोन गुम होने से सिर्फ गोपनीय सूचना या जरूरी दस्तावेज से ही हाथ नहीं धोना पड़ता। बल्कि महत्त्वपूर्ण जानकारी के जालसाजों के हाथ पड़ने का भी डर होता है। असामाजिक तत्वों तथा अपराधियों द्वारा इन गुम फोनों का गलत इस्तेमाल करने का भय अलग होता है।
बता रहे हैं, साथी पोर्टल अपने ट्रायल के दौरान ही आठ हजार फोन बरामद कर चुका तथा साढ़े सात लाख से अधिक गुम या चोरी हुए मोबाइल ब्लॉक कर चुका है। नए फोन की कीमत भी इतनी कम नहीं होती कि उसे आसानी से दोबारा लिया जा सके। इसलिए उम्मीद है यह पोर्टल फोन के बढ़ते महत्त्व के साथ ही थोड़े ही समय में अपना महत्त्व बना लेगा।
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