यह जीत है बड़ी
टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 372 रन से मुंबई टेस्ट मैच जीतकर सीरीज पर कब्जा जमा लिया।
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भारत की यह टेस्ट सीरीज विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अंतर्गत थी और इस जीत से भारत अंक तालिका में श्रीलंका और पाकिस्तान के बाद तीसरे स्थान पर आ गया है। यह टेस्ट भारत ने जीता जरूर है पर यह क्रिकेट इतिहास में एजाज पटेल टेस्ट के रूप में ही याद किया जाएगा। न्यूजीलैंड के इस लेफ्ट ऑर्म स्पिनर ने भारत की पहली पारी में सभी 10 विकेट निकालकर अपना नाम जिम लेकर और अनिल कुंबले के साथ दर्ज करा लिया।
दिलचस्प बात यह है कि एजाज ने अपने जन्म स्थान पर यह उपलब्धि हासिल की। भारत के लिहाज से इस जीत की हम बात करें तो यह आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे पर मनोबल ऊंचा रखने में जरूर मददगार साबित होगी। पर दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर पेस गेंदबाजी की अहम भूमिका होगी। इसे ध्यान में रखकर ही भारत ने इस सीरीज में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे प्रमुख गेंदबाजों को आराम कराया है।
वैसे हमारे पेस गेंदबाजों ने इंग्लैंड के खिलाफ पिछली सीरीज में शानदार प्रदर्शन से धाक जमा दी थी। भारत की मुंबई जीत में मयंक अग्रवाल की भूमिका अहम रही। पहली पारी में जब उच्चक्रम लड़खड़ा रहा था, उस समय उन्होंने शतक जमाया और दूसरी पारी में अर्धशतक जमाकर अपनी दावेदारी तो मजबूत की ही, साथ ही वह टीम प्रबंधन के लिए मुश्किल बन गए हैं। भारत की पारी की शुरुआत आजकल रोहित शर्मा और लोकेश राहुल करते हैं। इन दोनों के लौटने पर मयंक की क्या स्थिति बनेगी, यह उनके लिए मुश्किल सवाल रहेगा।
इसी तरह पहले ड्रा टेस्ट में शतक से धाक जमाने वाले श्रेयस अय्यर टीम में जगह बना पाएंगे या नहीं, यह देखने वाली बात होगी। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने सीरीज में 14 विकेट लेकर मैन ऑफ सीरीज बनकर एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वही टीम के नंबर एक स्पिनर हैं। असल में विदेशी दौरों पर जब भी एक स्पिनर को खिलाने की बात होती है तो प्रबंधन रविंद्र जडेजा को खिलाना पसंद करता है, क्योंकि वह बल्लेबाजी थोड़ी बेहतर कर लेते हैं, लेकिन नये कोच राहुल द्रविड़ क्या सोचते हैं यह देखना दिलचस्प होगा। अब द्रविड़ पर जिम्मेदारी होगी कि वह भारत को दक्षिण अफ्रीका में पहली टेस्ट सीरीज जिताएं।
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