केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि भारत समयसीमा के तहत नहीं, बल्कि अपनी ताकत के दम पर बातचीत करता है।

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उन्होंने कांग्रेस पर संप्रग सरकार के दौरान ''ऐसे समझौतों पर बातचीत और हस्ताक्षर करने'' का आरोप लगाया, जो राष्ट्रीय हित में नहीं थे।
उनकी यह टिप्पणी गोयल द्वारा यह कहने के एक दिन बाद आई है कि भारत अमेरिका के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौते को तभी स्वीकार करेगा, जब यह पूरी तरह से अंतिम रूप ले लेगा और राष्ट्रीय हित में होगा।
गोयल ने यहां पत्रकारों से कहा, ''भारत समयसीमा के तहत बातचीत नहीं करता। हम राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए बातचीत करते हैं और दुनिया भर में हमारे सभी जुड़ावों में राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है।''
उन्होंने कहा, ''मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद, हमने मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया और चार देशों के समूह ईएफटीए (यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ) के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और अब पिछले महीने ब्रिटेन के साथ भी समझौता किया गया।''
उनके अनुसार भारत 27 देशों के यूरोपीय संघ, अमेरिका, ओमान, पेरू और चिली सहित अन्य विकसित देशों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ना चाहता है।
उन्होंने कहा, ''आज, भारत अपनी ताकत के दम पर बातचीत करता है। हम आत्मविश्वासी हैं और दुनिया में किसी से भी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। आज कांग्रेस और संप्रग के समय की तरह कमजोर भारत नहीं है, जिसने ऐसे समझौते किए जो राष्ट्रीय हित में नहीं थे।''
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