पंद्रह लाख के पार
देश में कोराना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं।
पंद्रह लाख के पार |
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार कोविड-19 के मामले बढ़कर 15,31,669 हो गए हैं, जबकि पिछले 24 घंटों में 768 और लोगों की मौत होने से देश में मृतकों की संख्या बढ़कर 34,193 हो गई है। रिकवरी रेट और मृत्यु दर में कमी जैसे सकारात्मक आंकड़ों के मध्य यह खबर वाकई चिंताजनक है। यह लगातार सातवां दिन है जब कोविड-19 के एक दिन में 45,000 से अधिक मामले सामने आए हैं।
इस बीच दिल्ली में फिर से संक्रमित मरीजों की तादाद बढ़ी है। मंगलवार को कोरोना के 1056 नये मामले सामने आए और 28 लोगों की मौत भी हुई, जबकि सोमवार को महज 613 नये मामले सामने आए थे। इस बात की आशंका थी कि संक्रमण के मामले कम होने का मतलब यह नहीं है कि भीड़भाड़ बढ़ाई जाए और सभी क्रियाकलाप पहले की तरह हों। अभी भी खतरा टला नहीं है। लिहाजा, हम सभी को पहले से बताए गए नियमों का अनुशासित होकर पालन करना होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी रविवार को कहा था कि बताए गए निर्देशों का पालन करके ही कोरोना को हराया जा सकता है। अगर पर्व-त्योहार भी मनाने हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्यत: करना होगा। भले दिल्ली में मामले कुछ दिनों की राहत के बाद दोबारा बढ़े हैं मगर राहत की खबर महाराष्ट्र से है, जहां मुंबई की 57 फीसद आबादी के शरीर में एंटीबॉडी विकसित हो गए हैं। अधिकारियों का मानना है कि इससे र्हड इम्युनिटी को लेकर और अधिक जानकारी जुटाने में मदद मिलेगी। इस आबादी में र्हड इम्युनिटी विकसित हुई या नहीं, इसकी जांच के लिए दोबारा सीरो सर्वे कराया जाएगा।
वहीं कुछ राज्यों मसलन, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश में संक्रमण के बढ़ते मामलों से हालात बेहतर नहीं कहे जा सकते। बिहार, जो कोरोना और बाढ़-दोनों की मार झेल रहा है, में जल्द-से-जल्द कोविड टेस्ट की संख्या बढ़ानी होगी। मरीजों के बेहतर इलाज का प्रबंध भी करना होगा। अस्पतालों की घोर लापरवाही की खबरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से राज्य की खासी किरकिरी हुई। इसके बावजूद अगर सम्मिलित प्रयास किए जाएं तो हालात काबू में आ सकते हैं।
Tweet |