विराट है जीत
विराट कोहली शानदार क्रिकेटर हैं और उनका अंदाज भी कुछ अलग होता है.
विराट है जीत |
वैसे तो विराट इस मैच से पहले भी टीम इंडिया की 17 वनडे मैचों में कप्तानी कर चुके थे, जिसमें 14 मैच उन्होंने जीते भी थे. लेकिन टीम इंडिया की वनडे और टी-20 में पूरी तरह से कप्तानी पहली बार मिली थी और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे मैच में 351 रन का लक्ष्य पाकर धमकदार अंदाज में कप्तानी का आगाज किया है. विराट की कप्तानी की सबसे बड़ी खूबी आगे रहकर अगुआई करना है.
जिस तरह से वह टेस्ट में शानदार बल्लेबाजी करके साथी खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित करते रहे हैं. उनका यही अंदाज वनडे कप्तानी के दौरान भी दिखा.
भारत जब 351 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरा तो उसके चार बल्लेबाज 63 रन पर पवेलियन पहुंच गए. इस स्थिति में भारतीय क्रिकेटप्रेमियों का निराश होना स्वाभाविक था. लेकिन धोनी से कप्तानी संभालने वाले विराट के मन में कुछ और ही था.
उन्होंने आक्रामक अंदाज में खेल की शुरुआत की और उन्हें चार विकेट गिरने के बाद केदार जाधव के रूप में एक सशक्त जोड़ीदार मिला, जिसने मुश्किल हालात में जीत की राह तैयार कर दी. इस पारी में विराट ने बहुत ही आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की. लेकिन सामने के छोर पर खेलने वाले केदार उनसे भी कहीं ज्यादा आक्रामक थे.
केदार ने तो 65 गेंद में शतक पूरा कर लिया. यह वनडे मैचों में भारतीय खिलाड़ियों द्वारा बनाया गया छठा सबसे तेज शतक है. विराट ने जिस तरह से टेस्ट में लगातार पांच सीरीज जीतकर भारत को रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा दिया है; अब उनके सामने वनडे में भी भारत को शीर्ष पर पहुंचाने की चुनौती है. हालांकि, इस जीत के बाद भी टीम में कुछ खामियां भी दिखी हैं.
ओपनर की भूमिका में शिखर धवन और लोकेश राहुल कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके हैं. आगे चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित शर्मा का जोड़ीदार बनने वाले को बल्ले से रन उगलने होंगे. इसके अलावा, आक्रामण में पैनापन लाने की जरूरत है. भारत ने यह मैच जीता जरूर है पर इंग्लैंड की टीम भी कमजोर नहीं रही है. इसलिए आगे सुरक्षित बने रहने के लिए प्रदर्शन को और मांजने की जरूरत है.
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