दिल्ली को पांच साल बाद मिल सकती है टेस्ट की मेजबानी
आस्ट्रेलिया की टीम जब अगले साल फरवरी-मार्च में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चार टेस्ट मैच खेलने के लिए भारत दौरे पर आएगी तो दिल्ली को पांच साल से अधिक समय बाद टेस्ट मैच की मेजबानी का मौका मिल सकता है।
![]() दिल्ली को पांच साल बाद मिल सकती है टेस्ट की मेजबानी |
बाकी तीन टेस्ट मैचों की मेजबानी के लिए जिन अन्य स्थलों को चुना जा सकता है उनमें अहमदाबाद और धर्मशाला तथा नागपुर या चेन्नई में से कोई एक शामिल हैं।
यह सीरीज बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत के लिए यह दूसरी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) चक्र के अंतिम चार मैच होंगे। असल में भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए आस्ट्रेलिया को 4-0 से हराना होगा जो कि रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण होगा।
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच पारंपरिक रूप से चार टेस्ट मैचों की सीरीज होती रही है लेकिन 2024 से शुरू होने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अगले भविष्य के दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) में यह पांच मैचों की सीरीज होगी।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के रोटेशन फामरूला के अनुसार दिल्ली को टेस्ट मैच की मेजबानी मिलना तय है। दिल्ली में आखिरी टेस्ट मैच श्रीलंका के खिलाफ दिसम्बर 2017 में खेला गया था। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘दिल्ली को चार टेस्ट मैचों में से दूसरे टेस्ट मैच की मेजबानी मिल सकती है। दौरा एवं कार्यक्रम समिति की बैठक के बाद मैचों का कार्यक्रम सामने आ जाएगा।
धर्मशाला जिसने मार्च 2017 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने एकमात्र टेस्ट मैच की मेजबानी की थी उसे आगामी सीरीज में तीसरे टेस्ट मैच की मेजबानी मिल सकती है।’
आस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत चेन्नई या हैदराबाद में कर सकता है क्योंकि बेंगलुरू ने इस साल के शुरू में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैच की मेजबानी की थी। वह दिन रात्रि टेस्ट मैच था। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चौथा और अंतिम टेस्ट मैच आयोजित किया जा सकता है। अभी यह फैसला किया जाना बाकी है कि इन चार टेस्ट मैचों में से कौन सा मैच दिन रात्रि का होगा।
| Tweet![]() |