भारतीय क्रिकेट जगत ने 1983 विश्व कप के हीरो यशपाल शर्मा के निधन पर गहरा शोक जताया

Last Updated 13 Jul 2021 03:34:04 PM IST

भारतीय क्रिकेट जगत मंगलवार को 1983 विश्व कप के हीरो यशपाल शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए स्तब्ध था।


यशपाल शर्मा

विश्व कप में एतिहासिक जीत दर्ज करने वाली टीम के उनके पूर्व साथियों के लिए इस पूर्व बल्लेबाज को श्रद्धांजलि देते हुए खुद को संभालना मुश्किल हो गया।
मध्यक्रम के पूर्व बल्लेबाज यशपाल का यहां दिल का दौरा पड़ने से मंगलवार को निधन हो गया। वह 66 बरस के थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटी और एक बेटा है।

मैं कुछ नहीं बोल पाऊंगा : कपिल
विश्व कप 1983 की चैंपियन भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव से जब संपर्क किया तो वह काफी दुखी और कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थे और सिर्फ इतना ही बोल पाए, ‘‘मैं कुछ नहीं बोल पाऊंगा।’’

यशपाल के टीम के अन्य साथी भी स्तब्ध हैं। विश्व कप 1983 की चैंपियन टीम दो हफ्ते पहले ही यहां एक किताब के विमोचन के मौके पर मिली थी।

यह अविश्वसनीय है : दिलीप वेंगसरकर

पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने कहा, ‘‘यह अविश्वसनीय है। वह हम सभी में सबसे अधिक फिट था। हम जब उस दिन मिले थे तो मैंने उससे उसकी दिनचर्या के बारे में पूछा था। वह शाकाहारी था। रात को खाने में सूप लेता था और सुबह की सैर पर जरूर जाता था। मैं सकते में हूं।’’

स्तब्ध हूं, यह मेरे लिए सबसे बुरी खबर है : बलविंदर संधू

टीम का हिस्सा रहे पूर्व तेज गेंदबाज बलविंदर संधू ने कहा, ‘‘स्तब्ध हूं, यह मेरे लिए सबसे बुरी खबर है। 1983 की टीम परिवार की तरह थी और ऐसा लगता है कि हमारे परिवार का एक सदस्य नहीं रहा, यह काफी स्तब्ध करने वाला है।’’ विश्व कप 1983 के दौरान यशपाल और संधू एक ही कमरे में ठहरे थे।

एक अच्छा मित्र खो दिया : क्रिस श्रीकांत

पूर्व भारतीय कप्तान क्रिस श्रीकांत ने कहा कि उन्होंने एक अच्छा मित्र खो दिया। उन्होंने कहा, ‘‘वह उन मुख्य हीरो में शामिल था जिन्होंने हमारे 1983 विश्व कप जीतने में मदद की। उसके साथ खेलने की मेरी शानदार यादें हैं। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’

कीर्ति आजाद ने भी टीम के अपने पूर्व साथी को श्रृद्धांजलि दी

विश्व चैंपियन टीम के एक अन्य सदस्य कीर्ति आजाद ने भी टीम के अपने पूर्व साथी को श्रृद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, ‘‘उस दिन जब हम मिले तो उन्होंने मुझसे कहा कि मेरा वजन कम हो गया। हमारे लिये यादगार दिन था। मुझे विश्व कप 1983 का पहला मैच याद है। हमारा सामना वेस्टइंडीज की मजबूत टीम से था जिसके पास तूफानी गेंदबाजों की फौज थी। यशपाल ने अपनी योजना बनायी और हम मैच जीत गये।’’

आजाद ने याद किया कि कैसे दौरों के दौरान यशपाल पूरी टीम के लिए घर का बना भारतीय खाना ढूंढ लेते थे। उन्होंने कहा, ‘‘वह शाकाहारी थी इसलिए वह दौरों पर घर का बना खाना ढूंढ लेता था। वह किसी भी तरह दाल-चावल, छोले, राजमा ढूंढ लेता था। वह हम सभी के लिए इंतजाम करता था। फिटनेस के अलावा वह अपने खाने को लेकर काफी स्पष्ट था।’’

वह अपने काम को लेकर बेहद समर्पित थे : सुरेंद्र भावे

चयन समिति में यशपाल के साथ काम करने वाले पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता सुरेंद्र भावे ने कि वह अपने काम को लेकर बेहद समर्पित थे। उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी को प्रतिभा खोजने में अच्छा नहीं कह सकते लेकिन यशपाल का खेल को पढने का अपना ढंग था और वह काफी जल्दी प्रतिभा की पहचान कर लेता था और वह इसमें काफी अच्छा था।’’

1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य यशपाल शर्मा के निधन से दुखी हूं : अनुराग ठाकुर

सोशल मीडिया पर भी लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी जिसमें खेल मंत्री और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर भी शामिल रहे। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘दिग्गज क्रिकेटर और 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य यशपाल शर्मा के निधन से दुखी हूं। उनका करियर शानदार रहा और 1983 विश्व कप में वह भारत की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर रहे। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।’’

यशपाल शर्मा जी के निधन से स्तब्ध और बेहद दुखी हूं : सचिन तेंदुलकर

महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को भी उनके निधन पर विश्वास नहीं हुआ। उन्होंने लिखा, ‘‘यशपाल शर्मा जी के निधन से स्तब्ध और बेहद दुखी हूं। उन्हें 1983 विश्व कप में बल्लेबाजी करते हुए देखने की अच्छी यादें मेरे जेहन में हैं। भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। पूरे शर्मा परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।’

सूत्रों के अनुसार सुबह की सैर से लौटने के बाद यशपाल घर में बेहोश होकर गिर पड़े।

वेस्टइंडीज के खिलाफ 89 रन की पारी के लिए याद रखा जाएगा : बीसीसीआई सचिव जय शाह

बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, ‘‘यशपाल शर्मा के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध और दुखी हूं। उन्हें हमेशा वेस्टइंडीज के खिलाफ 89 रन की पारी के लिए याद रखा जाएगा जिसने 1983 विश्व कप में भारत की यात्रा को प्रेरणा दी। उनके टीम इंडिया को दिए योगदान को याद रखा जाएगा।’’

पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने भी उन्हें ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी।

हमारी पहली विश्व कप खिताबी जीत के नायकों में से एक : अनिल कुंबले

पूर्व कप्तान और लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने लिखा, ‘‘यशपाल शर्मा के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। हमारी पहली विश्व कप खिताबी जीत के नायकों में से एक। उनके परिवार और मित्रों के प्रति संवेदनाएं।’’

विश्व कप 1983 में हमारी जीत के हीरो में से एक : वीरेंद्र सहवाग

पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट किया, ‘‘यशपाल शर्मा पाजी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ, विश्व कप 1983 में हमारी जीत के हीरो में से एक। तहेदिल से शोक व्यक्त करता हूं।’’

यशपाल शर्मा पाजी के निधन की बुरी खबर सुनी : युवराज सिंह

पूर्व आलराउंडर युवराज सिंह ने लिखा, ‘‘यशपाल शर्मा पाजी के निधन की बुरी खबर सुनी। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’

वह 1983 विश्व कप विजेता टीम के हीरो में से एक थे और बेहद शानदार व्यक्ति : वीवीएस लक्ष्मण

पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने ट्वीट किया, ‘‘यश पाजी के निधन की बुरी खबर मिली। वह 1983 विश्व कप विजेता टीम के हीरो में से एक थे और बेहद शानदार व्यक्ति। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।’’

यशपाल शर्मा जी के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं : इरफान पठान

पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने लिखा, ‘‘विश्व कप विजेता, यशपाल शर्मा जी के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। वह भारतीय चयनकर्ता भी रहे। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।’’

यशपाल शर्मा का अंतरराष्ट्रीय करियर

यशपाल ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 37 टेस्ट में 1606 रन और 42 एक दिवसीय मैचों में 883 रन बनाए। उन्होंने दोनों प्रारूपों में एक-एक विकेट भी हासिल किया। वह 2000 के दशक में राष्ट्रीय चयनकर्ता भी रहे।

यशपाल शर्मा जी के आकस्मिक निधन से मन बहुत दुखी है : सीके खन्ना

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना और दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ  (डीडीसीए) की कोषाध्यक्ष शशि खन्ना ने 1983 की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य यशपाल शर्मा के निधन पर गहरा शोक जताया है।
सीके और शशि खन्ना ने अपने शोक सन्देश में कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट के मजबूत स्तम्भ रहे यशपाल शर्मा जी के आकस्मिक निधन से मन बहुत दुखी है। क्रिकेट में हमारी उनके साथ एक लंबी ऐसोसिएशन रही है। क्रिकेट में उनके योगदान को भुलाया नही जा सकता। 83 विश्व कप की ऐतिहासिक जीत में उल्लेखनीय भूमिका के साथ नेशनल सलेक्टर, दिल्ली सीनियर क्रिकेट सलेक्शन चेयरमैन, दिल्ली क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी चेयरमैन व डीडीसीए के सदस्य रहे यशपाल शर्मा जी को हमारी हार्दिक श्रद्धांजलि !‘‘

भाषा/वार्ता
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment