सचिन के कोच रमाकांत आचरेकर का निधन
भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के कोच रमाकांत आचरेकर का बुधवार को यहां 86 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
सचिन के कोच रमाकांत आचरेकर का निधन |
मुंबई के शिवाजी पार्क में स्थित आचरेकर अकादमी में ही रमाकांत आचरेकर के मार्गदर्शन में सचिन ने क्रिकेट के गुर सीखे। सचिन के अलावा, इस अकादमी से विनोद कांबली, प्रवीण आमरे, अजीत अगरकर और रमेश पोवार जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी निकले। 'क्रिकइंफो' के अनुसार, कोच आचरेकर लंबे समय से बीमार चल रहे थे और 2013 में स्ट्रोक के बाद से वह चलने-फिरने में असमर्थ थे।
कोच आचरेकर ने ही सचिन को 11 साल की उम्र में बांद्रा स्थित न्यू इंग्लिश हाई स्कूल से शारदाश्रम विद्या मंदिर स्कूल में जाने का सुझाव दिया ताकि वह क्रिकेट को अधिक समय दे पाएं। उन्हें कोचिंग के लिए 1990 में प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्कार और 2010 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी आचरेकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
अपने बचपन के कोच रमाकांत आचरेकर को भावभीनी श्रृद्धांजलि देते हुए चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा,‘‘आचरेकर सर की मौजूदगी से स्वर्ग में भी क्रिकेट धन्य हो गया होगा।’’
आचरेकर का 87 वर्ष की उम्र में बढती उम्र से जुड़ी बीमारियों के कारण आज मुंबई में निधन हो गया। उनके सबसे काबिल शिष्य ने एक बयान में कहा,‘‘उनके कई छात्रों की तरह मैने भी क्रिकेट का ककहरा सर के मार्गदर्शन में सीखा।’’
उन्होंने कहा,‘‘ मेरीं जिंदगी में उनके योगदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उन्होंने वह नींव बनाई जिस पर मैं खड़ा हूं ।’’
आधुनिक क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज तेंदुलकर को आचरेकर सर मुंबई के शिवाजी पार्क में कोचिंग देते थे।
आचरेकर ने खुद एक ही प्रथम श्रेणी मैच खेला लेकिन तेंदुलकर के कैरियर को संवारने में उनका बड़ा योगदान रहा । वह अपने स्कूटर से उसे स्टेडियम लेकर जाते थे।
तेंदुलकर ने कहा,‘‘पिछले महीने मैं सर से उनके कुछ छात्रों के साथ मिला और हमने कुछ समय साथ बिताया। हमने पुराने दौर को याद करके काफी ठहाके लगाये।’’
उन्होंने कहा,‘‘आचरेकर सर ने हमें सीधा खेलने और जीने का महत्व बताया। हमें अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाने और अपने अनुभव को हमारे साथ बांटने के लिये धन्यवाद सर।’’
उन्होंने आगे लिखा,‘‘ वेल प्लेड सर। आप जहां भी हैं, वहां और सिखाते रहें।’’
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