खेल नीति को लेकर सोशल मीडिया पर भिड़े दिलीप टिर्की और दुती चंद
ओडिशा के दो ओलंपियन फर्राटा धाविका दुती चंद और पूर्व हॉकी कप्तान दिलीप टिर्की के बीच प्रदेश सरकार की खेलनीति को लेकर ठन गई है।
![]() खेल नीति को लेकर सोशल मीडिया पर भिड़े दिलीप टिर्की और दुती चंद |
दुती ने हॉकी पर अधिक खर्च करने और दूसरे खेलों पर ध्यान नहीं देने के लिये ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार की आलोचना की है।
बीजू जनता दल से राज्यसभा सांसद रह चुके टिर्की ने दुती की आलोचना की।
दुती ने शुक्रवार को फेसबुक पर लिखा, ‘ओडिशा सरकार राज्य में खेलों के बुनियादी ढांचे पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। खेलों पर राजनीति हो रही है।’
उसने कहा ‘आपका फोकस हॉकी इंडिया पर है और सरकारी पैसे से इसे बढावा दे रहे हैं। दूसरे खेलों खासकर एथलेटिक्स के लिए पैसा नहीं है। यही वजह है कि लंबे समय से प्रदेश से अधिक अंतरराष्ट्रीय एथलीट नहीं निकल सके हैं।’ बाद में दुती ने यह पोस्ट हटा दी।
पद्मश्री सम्मान प्राप्त टिर्की ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हर खेल पर ध्यान दे रही है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘एक खिलाड़ी के तौर पर मैं दूसरे खिलाड़ी की ओर से ऐसे बयान की निंदा करता हूं जो खुद ओडिशा से है।
ओडिशा सरकार ने हर खेल को पूरा महत्व दिया है चाहे हॉकी हो या एथलेटिक्स।’प्रदेश के युवा कार्य और खेल विभाग ने जुलाई 2020 में कहा था कि 2015 से अब तक दुती को प्रदेश सरकार से चार करोड़ नौ लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिली है। उसे ओडिशा खनन निगम में अधिकारी भी नियुक्त किया गया।
टिर्की ने कहा, ‘लोगों को अगर वाकई यह पता नहीं है कि हॉकी वह खेल है जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को पहचान दिलाई है। यह टिप्पणी असंसदीय है और दूसरे खिलाड़ियों को हतोत्साहित करने वाली है। एक खिलाड़ी को दूसरे खिलाड़ियों का सम्मान करना आना चाहिये।’
| Tweet![]() |