Tokyo Olympics: रेसलर रवि दहिया और दीपक पुनिया सेमीफाइनल में, जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा फाइनल में
भारत के लिए बुधवार की सुबह टोक्यो ओलंपिक में अच्छी शुरुआत हुई है। भारत के दोनों पहलवानों रवि दहिया और दीपक पुनिया ने सेमीफाइनल की जगह पक्की कर ली है। वहीं, जेवलिन थ्रोअर खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
![]() नीरज चोपड़ा पहुंचे जैवलीन थ्रो के फाइनल में |
भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने बुधवार को टोक्यो ओलंपिक के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर भारत की पदक की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। ओलंपिक स्टेडियम में, जूनियर विश्व चैंपियन, 23 वर्षीय चोपड़ा ने ग्रुप ए में 86.65 मीटर के अपने पहले प्रयास के साथ 83.50 मीटर के ऑटोमेटिक क्वालीफाइंग अंक को हासिल किया और फाइनल में पदक के प्रबल दावेदार के रूप में उभरे।
शनिवार को होने वाले फाइनल में सभी की निगाहें चोपड़ा पर होंगी क्योंकि वह इस सीजन में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और राष्ट्रीय रिकॉर्ड - 88.07 मीटर - के ओनर हैं, जिसे उन्होंने मार्च में इंडियन ग्रांड प्री में हासिल किया था।
SHAANDAAR #Tokyo2020 #JavelinThrow में भारत के Neeraj Chopra ने फाइनल के लिए किया क्वालीफाई। #TeamIndia #Cheers4India #IndiaAtTokyo2020 pic.twitter.com/qrdagJbCiG
— Doordarshan Sports #TokyoOlympics (@ddsportschannel) August 4, 2021
भारत के अन्य जेवलिन थ्रोअर खिलाड़ी शिवपाल सिंह ने अपने पहले प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ 76.40 प्राप्त किया और क्वालीफाई करने में असफल रहे। उनके अन्य दो प्रयास क्रमश: 74.80 और 74.81 मीटर के थे।
चोपड़ा ने मार्च में इंडियन ग्रांड प्री में 88.07 मीटर के नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ अपने सीजन की शुरूआत की थी और इसके बाद फेडरेशन कप में 87.80 मीटर थ्रो के साथ एक और सराहनीय प्रदर्शन किया।
भारत के दो पहलवान रवि दहिया और दीपक पुनिया सेमीफाइनल में
भारतीय पहलवान रवि दाहिया और दीपक पूनिया ने अपने ओलंपिक अभियान की मजबूत शुरुआत करते हुए बुधवार को यहां ओलंपिक की कुश्ती स्पर्धा के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।
दहिया का दबदबा इतना था कि उन्होंने 57 किलोवर्ग में दोनों मुकाबले तकनीकी दक्षता के आधार पर जीते। सेमीफाइनल में उनका सामना कजाखस्तान के नूरइस्लाम सानायेव से होगा।
दहिया ने पहले दौर में कोलंबिया के टिगरेरोस उरबानो आस्कर एडवर्डो को 13 . 2 से हराने के बाद बुल्गारिया के जॉर्जी वेलेंटिनोव वेंगेलोव को 14 . 4 से हराया।
वहीं पूनिया ने पुरूषों के 86 किग्रा वर्ग में आसान ड्रॉ का पूरा फायदा उठाते हुए पहले दौर में नाइजीरिया के एकेरेकेमे एगियोमोर को मात दी जो अफ्रीकी चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता हैं। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने चीन के जुशेन लिन को 6 . 3 से हराया।
वहीं 19 वर्ष की अंशु मलिक महिलाओं के 57 किलोवर्ग के पहले मुकाबले में यूरोपीय चैम्पियन बेलारूस की इरिना कुराचिकिना से 2 . 8 से हार गई।
अल्जीरिया के अब्देलहक खेरबाचे को तकनीकी दक्षता के आधार पर हराने वाले वेंगलोव के खिलाफ दहिया ने अपना शानदार फॉर्म जारी रखते हुए शुरू से ही दबाव बनाये रखा।
चौथे वरीय इस भारतीय पहलवान ने उरबानो के खिलाफ मुकाबले में लगातार विरोधी खिलाड़ी उसके दायें पैर पर हमला किया और पहले पीरियड में ‘टेक-डाउन’ से अंक गंवाने के बाद पूरे मुकाबले में दबदबा बनाए रखा।
गत एशियाई चैंपियन दाहिया ने उस समय 13-2 से जीत दर्ज की जबकि मुकाबले में एक मिनट और 10 सेकेंड का समय और बचा था। भारतीय पहलवान ने दूसरे पीरियड में पांच टेक-डाउन से अंक जुटाते हुए अपनी तकनीकी मजबूती दिखाई।
वहीं 86 किग्रा वर्ग में नाइजीरियाई पहलवान के पास ताकत थी लेकिन पूनिया के पास तकनीक थी और वह भारी पड़ी। लिन के खिलाफ हालांकि उन्हें परेशानी पेश आई। उन्होंने 3 . 1 की बढत बनाई लेकिन लिन ने 3 . 3 से वापसी की। रैफरी ने थ्रो के लिये दीपक को दो अंक दिये लेकिन चीनी पहलवान ने इसे चुनौती दी और सफल रहे।
दस सेकंड बाकी रहते पूनिया ने लिन के नीचे से घुसकर उसके पैर पकड़ लिये और हवा में उछालकर दो अंक के साथ मुकाबला जीत लिया। अब उनका सामना अमेरिका के 2018 विश्व चैम्पियन डेविड मौरिस टेलर से होगा।
वहीं एशियाई चैम्पियन अंशु ने शानदार वापसी करते हुए 0 . 4 से पिछड़ने के बावजूद बेलारूस की प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ दो पुश आउट अंक लिये। उसने कुराचिकिना का दाहिना पैर पकड़ लिया लेकिन मूव पूरा नहीं कर सकी।
जवाबी हमले पर उसने दो अंक गंवाये लेकिन लड़ती रही। यूरोपीय पहलवान का अनुभव आखिरकर उसके जोश पर भारी पड़ा।
अंशु की वापसी अब इस बात पर निर्भर करेगी कि कुराचिकिना कहां तक पहुंचती है। अगर वह फाइनल में पहुंचती है तो अंशु को रेपाशाज खेलने का मौका मिलेगा।
| Tweet![]() |