बजरंग, रवि ने दिलाया ओलंपिक कोटा, कांस्य के लिए खेलेंगे
बजरंग पूनिया टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के बाद विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में बृहस्पतिवार को स्थानीय पहलवान दौलत नियाजबेकोव से सेमीफाइनल मुकाबला विवादास्पद परिस्थितियों में हार गए।
![]() नूर सुल्तान : भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया के पांव पकड़े स्लोवाकिया के पहलवान डेविड हबाट। |
बजरंग के अलावा रवि दहिया ने भी सेमीफाइनल में पहुंचकर टोक्यो का टिकट कटाया लेकिन वह भी यहां से आगे नहीं बढ़ पाए।
बजरंग के मुकाबले के परिणाम से उनके कोच शाको बैनिटिडिस गुस्से में आ गए और उन्होंने 65 किग्रा के मुकाबले में पक्षपातपूर्ण अंपायरिंग का विरोध किया। छह मिनट तक चला तनावपूर्ण मुकाबला 9-9 से बराबरी पर छूटा लेकिन नियाजबेकोव ने मुकाबले के एक बार में सर्वाधिक चार अंक बनाए थे इसलिए उन्हें विजेता घोषित किया गया।
इस विवादास्पद मुकाबले में नियाजबेकोव काफी थक गए थे लेकिन रेफरी ने उन्हें उबरने का पूरा मौका दिया। इसके अलावा कम से कम तीन अवसरों पर उन्हें चेतावनी नहीं दी गई। इसके बजाय स्थानीय पहलवान को चार अंक दे दिए गए जबकि सर्किल के किनारे पर अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी होने के लिए ये अंक बजरंग को मिलने चाहिए थे।
बजरंग ने कई अवसरों पर अपनी निराशा भी दिखायी लेकिन इससे कोई फायदा नहीं मिला। पिछली बार के रजत पदक विजेता भारतीय को अब शुक्रवार को कांस्य पदक के लिए भिड़ना होगा। सेमीफाइनल तक की राह में कुछ चोटी के पहलवानों को हराने वाले रवि दहिया 57 किग्रा के सेमीफाइनल में रूस के मौजूदा विश्व चैंपियन जौर उगएव से 4-6 से हार गए और उन्हें भी अब कांस्य पदक के लिए भिड़ना होगा। रवि ने भी सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
बजरंग ने पुरुषों के 65 किग्रा में आसान ड्रॉ का पूरा फायदा उठाकर एक के बाद एक प्रतिद्वंद्वी को आसानी से शिकस्त दी। बजरंग को पहले दौर में पोलैंड के क्रीस्जतोफ बियांकोवस्की के खिलाफ खास मशक्कत नहीं करनी पड़ी। उन्होंने अपने इस प्रतिद्वंद्वी को आसानी से 9-2 से हराया। बजरंग का अगला प्रतिद्वंद्वी डेविड हबाट था जो भारतीय पहलवान को खास चुनौती नहीं दे पाया हालांकि इस बीच स्लोवाकिया के पहलवान ने दो बार उनका दाहिना पांव अपने कब्जे में लिया था। लेकिन दोनों अवसरों पर वह इसका फायदा नहीं उठा पाया। कोरिया के जोंग चोइ सोन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में बजरंग ने शुरू में ही अंक गंवा दिया लेकिन उन्होंने यह मुकाबला आसानी से 8-1 से जीता।
रवि दहिया ने शानदार पदार्पण किया और 57 किग्रामें पहले दो मुकाबले तकनीकी दक्षता के आधार पर जीते। उन्होंने आम्रेनिया के 61 किग्रामें यूरोपीय चैंपियन आर्सन हारुतुनयान के खिलाफ छह अंक से पिछड़ने के बावजूद जवाबी हमले करके लगातार 17 अंक बनाकर जीत दर्ज की।
इस मुकाबले के आखिर में आम्रेनियाई पहलवान ने अंक को चुनौती दी लेकिन काफी देर तक रीप्ले देखने के बाद रवि को विजेता घोषित कर दिया गया। रवि ने इससे पहले शुरुआती दौर में कोरिया के सुंगवोन किम को हराया था। क्वार्टर फाइनल में उनका सामना 2017 के विश्व चैंपियन और विश्व में नंबर तीन युकी तकाहाशी से था। उनको हराना आसान नहीं था लेकिन रवि ने बहुत अच्छा खेल दिखाया और यह मुकाबला 6-1 से जीता।
रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक बृहस्पतिवार को अपने 62 किग्रावर्ग महिला वर्ग और दिव्या काकरान 68 किग्रावर्ग में हारकर बाहर हो गई जबकि पूजा ढांढा को 59 किग्राके गैर ओलंपिक वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में नजदीकी हार का सामना करना पड़ा।
| Tweet![]() |