यूपी में 15 जिलों की 73 सीटों के लिए पड़े 64.22 फीसद वोट, 839 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद

Last Updated 12 Feb 2017 06:14:14 AM IST

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 15 जिलों की कुल 73 सीटों पर शनिवार को छिटपुट घटनाओं के बीच औसतन करीब 64.22 प्रतिशत वोट पड़े.


उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण चुनाव में फिरोजाबाद में लम्बी लाइनों में खड़ी महिलाएं.

पहले चरण में राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह, लालू प्रसाद, कांग्रेस विधानमंडल के नेता प्रदीप माथुर, राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर, भाजपा प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा समेत कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है. शनिवार को हुए मतदान में सर्वाधिक शामली में 67.12 फीसद और सबसे कम गाजियाबाद में 58.10 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.

मतदान सम्पन्न होने के बाद देर शाम आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में चुनाव आयोग ने बताया कि पहले चरण में औसतन करीब 64.22 प्रतिशत औसत मतदान हुआ. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 61. 04 प्रतिशत मतदान हुआ था.

उन्होंने बताया कि पहले चरण में मतदाताओं ने काफी जोश-ओ-खरोश से मतदान किया. आयोग के निर्देशों के अनुसार जो भी मतदाता शाम पांच बजे तक मतदान केन्द्र में उपस्थित हुआ, उसे वोट डालने दिया गया. पहले चरण में शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिलों की 73 सीटों पर मतदान हुआ. मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गई.

 कुछ जगह झड़पें : बागपत से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार शहर की बाघू कालोनी में दो जातियों वोटरों के बीच झड़प हो गई. एक वर्ग को मतदान से रोकने की कोशिश किये जाने तथा मतदान पर्चियां छीने जाने पर आपस में पथराव तथा मारपीट हुई. इस घटना में 10 लोग घायल हो गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया. बागपत के ही जिले के बड़ौत स्थित लोयन गांव में बूथ संख्या 35 पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के कार्यकर्ताओं ने दलित मतदाताओं को रोका और उनकी मतदान पर्ची फाड़ दी. इस मामले में तीन रालोद कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

शामली में दबंगों ने मतदान करने से रोका : यहां पर कुछ दबंगों ने मतदाताओं को वोट डालने से रोके जाने की सूचना मिली है. पहले चरण में विभिन्न पार्टियों के कई छत्रपों की प्रतिष्ठा दांव पर थी. नोएडा सीट पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह, कैराना सीट से भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका, मथुरा सीट से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा तथा कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर, समेत कुल 839 उम्मीदवारों का चुनावी भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया.

समयलाइव डेस्क ब्यूरो


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