अखिलेश-राहुल का न्यूनतम साझा कार्यक्रम जारी, बोले- PM मोदी को लोगों के बाथरूम में झांकना पसंद है

Last Updated 11 Feb 2017 11:39:03 AM IST

उत्तर प्रदेश में शनिवार को जहां एक ओर पहले चरण के तहत वोटिंग जारी हैं, वहीं दूसरी तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम जारी किया.


सपा-कांग्रेस का न्यूनतम साझा कार्यक्रम जारी

सपा-कांग्रेस के साझा कार्यक्रम के मुख्य बिंदुओं में गरीबों के लिए स्मार्ट फोन, कौशल विकास, मुफ्त साइकिलें और मकान शामिल हैं.

दोनों ने कहा कि सरकार बनने पर इस साझा एजेंडे को लेकर ही यूपी का विकास किया जाएगा. लखनऊ स्थित होटल ताज में संवाददाता सम्मेलन के दौरान अखिलेश और राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला.

अखिलेश ने पहले न्यूनतम साझा कार्यक्रम के 10 बिंदुओं का उल्लेख किया. उन्होंने यूपी में गठबंधन की सरकार बनने पर फ्री स्मार्ट फोन, किसानों के फसलों का उचित मूल्य दिए जाने का वादा किया. साथ ही एक करोड़ गरीब परिवारों को एक हजार रुपये मासिक पेंशन देने की बात भी कही.

अखिलेश ने कहा कि पंचायत में महिलाओं को 50 प्रतिशत और सरकारी नौकरियों में 33 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा. कक्षा नौ से 12 तक की मेधावी छात्राओं को नि:शुल्क साइकिल दी जाएगी. छह शहरों में मेट्रो का और विस्तार किया जाएगा. यूपी 100 सेवा को अधिक विस्तृत किया जाएगा.

अखिलेश ने जन्मपत्री संबंधी प्रधानमंत्री मोदी की कथित टिप्पणी के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा, "यह चुनाव है. इसमें गुस्सा नहीं आना चाहिये. प्रधानमंत्री ने जो चीजें जमीन पर पहुंचायी हैं, उनके बारे में बताएं. आज इंटरनेट का जमाना है, सबकी जन्मपत्री निकलती है. यदि मोदी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे से यात्रा करें तो वह खुद भी सपा-कांग्रेस गठबंधन को वोट देंगे."

वहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, "यूपी में हम युवाओं की सरकार चाहते हैं. एक दूरदर्शी सरकार चाहते हैं."

उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस ने मिलकर 10 बिंदुओं पर एक साझा कार्यक्रम तय किया है. सरकार इसी एजेंडे पर काम करेगी और यूपी का विकास करेगी.

राहुल ने कहा, "हम यूपी में भाईचारे और मोहब्बत की सरकार बनाना चाहते हैं. प्रधानमंत्री ने दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन एक लाख से कम लोगों को ही वह रोजगार दे पाए."

राहुल ने कहा मोदी सुरक्षा और आतंकवाद की बात करते हैं. सर्जिकल स्टाइक का नतीजा यह हुआ कि सात साल में पहली बार कम से कम 90 सुरक्षाकर्मियों को शहादत देनी पड़ी.

उन्होंने कहा कि मोदी ने देश के 50 अमीर परिवारों के एक लाख 40 हजार करोड़ रुपये माफ किये. वह इस धन को गरीबों पर खर्च कर सकते थे. मोदी को जन्मपत्री निकालना अच्छा लगता है, लोगों के बाथरूम में झांकना अच्छा लगता है, वह अपने बाकी समय में यह सब करें लेकिन रोजगार देने सुरक्षा देने के सवाल पर वह विफल हो गये हैं, उन्हें यह लग रहा है कि यूपी में सपा-कांग्रेस की सरकार आएगी, इससे उनकी विसनीयता को धक्का लगेगा. वह जो बोल रहे हैं वह उनकी हताशा है.

इमाम बुखारी और मौलाना कल्बे जव्वाद के बसपा को समर्थन देने के एलान के बारे में अखिलेश ने कहा कि व्यक्तिगत नाराजगी को राजनीतिक नहीं बनाना चाहिये. पहले वाले मौलाना पूर्व में भाजपा के लिये वोट मांग रहे थे, अब बसपा को समर्थन दे रहे हैं. कहीं वह भाजपा और बसपा का तालमेल तो नहीं करा रहे हैं. जहां तक दूसरे वाले मौलाना का सवाल है तो आखिरकार हमें ही आशीर्वाद देंगे.

सपा-कांग्रेस गठबंधन भविष्य में भी बरकरार रहेगा, इस सवाल पर राहुल ने कहा कि यह साझा विजन का भी गठबंधन है. हम सिर्फ यूपी में सत्ता हासिल करने नहीं आये, बल्कि यूपी को बदलने भी आयें. पिछले पांच साल में यह मूलभूत रूप से बदला है. मेरे के लिये यह एक साझा विचारों की साझीदारी है.

राहुल ने कुछ सीटों पर सपा और कांग्रेस दोनों के ही प्रत्याशियों के खड़े होने को छोटा मुद्दा बताते हुए कहा कि इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. गठबंधन में तालमेल नहीं होने की बात बिल्कुल गलत है.

अखिलेश ने एक सवाल पर कहा कि बसपा मुखिया मायावती जो कभी भाजपा के लिये वोट मांग रही थीं आज बसपा के लिये वोट मांग रही है. जनता जानती है कि भाजपा के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार किसने मनाया था.

आईएएनएस/भाषा


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