Fatehpur Maqbara Vivad: फतेहपुर में मकबरा-मंदिर विवाद पर छिड़ा सियासी संग्राम, अखिलेश यादव और मायावती ने की पोस्ट...
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में मकबरा-मंदिर विवाद अब और तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
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बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने फतेहपुर जिले के एक मकबरे में हिंदू संगठनों के सदस्यों द्वारा हंगामा किए जाने के मुद्दे पर मंगलवार को कहा कि सद्भाव बिगाड़ने के इस तरह के मामलों पर जरूरत पड़ने पर सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए।
फतेहपुर जिले में स्थित एक मकबरे पर सोमवार को हिंदू दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्यों ने घुसकर हंगामा किया और धार्मिक नारेबाजी की। हंगामा करने वालों का दावा था कि कई सदी पुराना नवाब अबू समद का मकबरा जहां स्थित है, वहां पहले कभी मंदिर हुआ करता था।
पुलिस ने इस मामले में बजरंग दल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं समेत 10 नामजद लोगों समेत 150 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मायावती ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के जिला फतेहपुर में मकबरा व मन्दिर होने को लेकर जारी विवाद/बवाल पर सरकार को किसी भी समुदाय को ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाने देना चाहिये जिससे वहां साम्प्रदायिक तनाव पैदा हो जाये तथा आपसी भाईचारा व सद्भाव भी बिगड़े।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार इस मामले को जरूर गम्भीरता से ले तथा जरूरत पड़ने पर सख्त कदम भी उठाये।’’
फतेहपुर जिले में हुई इस घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पुलिस और सुरक्षाबलों की मौजूदगी में मकबरे के अंदर घुसकर नारेबाजी, हंगामा, तोड़फोड़ करते और भगवा झंडा फहराते नजर आ रहे हैं।
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि फतेहपुर में घटी घटना, तेज़ी से ख़त्म होती भाजपा की निशानी है। जब-जब भाजपा और उनके साथियों की पोल खुलने लगती है, तब-तब सौहार्द बिगाड़ने की साज़िश की जाती है। जनता अब इस भाजपाई चाल को समझ चुकी है और अब ऐसी करतूतों से जनता न तो अटकेगी, न भटकेगी। देखना यह है कि इस घटना के दोषियों की पहचान लखनऊ के ड्रोन करेंगे या दिल्लीवालों के ड्रोन।
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